ऊना: हिमाचल प्रदेश संस्कृत अकादमी में पूर्व सचिव एवं प्रख्यात सहित्यकार प्रो. भक्त वत्सलम शर्मा का रविवार को निधन हो गया. कोरोना संक्रमण के चलते उनको पहले कोविड के मेक शिफ्ट अस्पताल पालकवाह ले जाया गया था. उसके बाद तबीयत बिगड़ने पर उन्हें जालंधर के एक निजी अस्पताल ले जाया गया. जहां पर उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली.
कोविड नियमों के चलते उनका अंतिम संस्कार दामाद और बेटी की उपस्थिति में जालंधर में ही किया गया. उनके अकस्मात निधन से संस्कृत प्रेमियों, प्रबुद्वजनों, संस्कृत परिषद में शोक की लहर है.
महाविद्यालय के उत्थान रहा है अहम योगदान
गौरतलब है कि प्रो. भक्त वत्सलम शर्मा ने डोहगी संस्कृत महाविद्यालय में बतौर प्राचार्य अपनी सेवाएं दी थीं. इस दौरान महाविद्यालय के उत्थान के लिए अहम योगदान किया था. इसके साथ साथ उन्होंने विभिन्न शैक्षणिक संगठनों के साथ मिलकर संस्कृत भाषा को जन भाषा बनाने की दिशा में अलख जगाने का काम किया है. वह विगत वर्ष ही डोहगी संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य पद से सेवानिवृत्त हुए थे, बावजूद इसके उन्होंने संस्कृत भाषा के प्रचार प्रसार के लिए अपने प्रयास निरंतर जारी रखे थे.