ऊना: बंगाणा उपमंडल के तहत पड़ने वाले रायपुर में एक कलयुगी बाप ने अपनी दो बेटियों को गोविंद सागर झील में फेंक दिया. मोटर बोट में सवार सुनील नामक व्यक्ति ने दोनों बेटियों को झील से सुरक्षित बचा लिया. घटना के वक्त आरोपी के साथ उसकी पत्नी और अन्य रिश्तेदार भी मौजूद थे.
जानकारी के अनुसार, पंजाब के जगराओं से एक परिवार शनिवार को बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में माथा टेकने पहुंचा था. मंदिर में माथा टेकने के बाद परिवार ऊना के लठियाणी कस्बे से झील के रास्ते लौट रहा था. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मोटर बोट जब झील के बीच में थी तो पिता ने अपनी दोनों बेटियों को झील में धक्का दे दिया.
दोनों बच्चियों को पानी से सुरक्षित निकालने वाला व्यक्ति इसी मोटर बोट में सवार स्थानीय निवासी सुनील कुमार ने अपनी जान पर खेलकर दोनों बच्चियों को सुरक्षित बचा लिया. बताया जा रहा है कि पिता अपने बेटे को भी झील में फेंकने वाला था पर बोट में सवार अन्य लोगों ने आरोपी को पकड़ कर उसकी धुनाई शुरू कर दी. इस बीच आरोपी की पत्नी और रिश्तेदारों ने लोगों से कहा कि वो मानसिक तौर पर बीमार है. वहीं, पानी से सुरक्षित निकलने के बाद लोगों ने बच्चियों के पिता की पिटाई शुरू कर दी. लेकिन बेटियां भी पापा के लिए ढाल बन गईं, जिसके बाद लोगों ने उसे छोड़ दिया.
आरोपी पिता के साथ उसके बच्चे बच्चियों की जान बचाने वाले जांबाज युवक सुनील कुमार ने बताया कि मोटर बोट में लाइफ जैकेट पड़ी थी. जैसे ही पिता ने अपनी दोनों बेटियों को झील में फेंका उसने बिना समय गवाएं लाइफ जैकेट पहनकर पानी से दोनों बच्चियों को सुरक्षित बचा लिया. थाना प्रभारी कमल नयन ने बताया कि मामला गंभीर है. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. आरोपी के परिजनों को लुधियाना से पूछताछ के लिए बुलाया गया है.