ऊना/हमीरपुर: वन रैंक वन पेंशन मामले को लेकर पूर्व सैनिकों ने मंगलवार को जिला ऊना और जिला हमीरपुर में रोष रैली का आयोजन किया. एक बार फिर पूर्व सैनिकों का आंदोलन शुरू हो गया है. पूर्व सैनिकों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए वन रैंक वन पेंशन पर चल रही विसंगति को दूर करने की मांग उठाई. पूर्व सैनिकों का आरोप है कि वन रैंक वन पेंशन-2 में सिपाही से लेकर ऑनरेरी कैप्टन तक उनके साथ अन्याय किया गया है. पूर्व सैनिक लंबे समय से इसके खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, लेकिन अभी तक उनकी मांगे नहीं मानी गई. जिसके चलते पूर्व सैनिकों में लगातार रोष बढ़ता जा रहा है.
आंदोलन की वजह OROP–2 की विसंगतियां: वन रैंक वन पेंशन-2 के खिलाफ विरोध में पूर्व सैनिकों ने ऊना जिला मुख्यालय के शहीद स्मारक में एकत्रित होकर फिर से आवाज बुलंद की. शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद उन्होंने जिला मुख्यालय के एमसी पार्क स्थित शहीद स्मारक से रोष रैली निकाली और डीसी कार्यालय तक नारेबाजी करते हुए गए. इस दौरान पूर्व सैनिक कैप्टन स्वदेश प्रकाश ने कहा कि वन रैंक वन पेंशन-2 के तहत पेंशन में आई विसंगतियों को लेकर उन्हें संघर्ष का रास्ता अख्तियार करना पड़ रहा है.
'पूर्व सैनिकों के साथ हो रहा अन्याय':पूर्व सैनिक कैप्टन स्वदेश प्रकाश ने कहा सेना में दिव्यांगता, विधवा या इसके अतिरिक्त किसी भी प्रकार की अनहोनी होने पर जो पेंशन सैनिकों को दी जाती है, उसमें अफसरों से लेकर जवानों तक भारी भरकम अंतर है. उन्होंने कहा यदि एक अधिकारी दिव्यांगता को प्राप्त होता है तो सेना की तरफ से उसे 2.41 लाख पेंशन के रूप में दिए जाते हैं, लेकिन वहीं, एक जवान दिव्यांग हो जाए तो उसे सिर्फ 15 हजार रुपए पेंशन दी जा रही है. वन रैंक वन पेंशन-2 में सिपाही से लेकर ऑनरेरी कैप्टन तक सभी के साथ अन्याय किया गया है.