ऊना: सुक्खू सरकार द्वारा डॉक्टरों को नॉन प्रैक्टिस अलाउंस बंद किए जाने के विरोध में हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन ने आंदोलन तेज कर दिया है. मंगलवार को भी ऊना जिला मुख्यालय के रीजनल अस्पताल में एसोसिएशन के महासचिव डॉक्टर पीयूष नंदा की अगुवाई में तमाम डॉक्टरों ने पेन डाउन स्ट्राइक करते हुए सरकार के फैसले पर विरोध दर्ज करवाया. डॉक्टरों ने दो टूक कहा कि सरकार द्वारा दिया जाने वाला एनपीए डॉक्टरों को प्राइवेट प्रैक्टिस से रोकने के लिए एक अहम कड़ी के रूप में देखा जाता था, लेकिन अब एनपीए बंद करने से खुद ही डॉक्टरों को प्राइवेट प्रैक्टिस की इजाजत दी जा रही है. जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ेगा. मंगलवार सुबह पेन डाउन स्ट्राइक के दौरान कॉन्फ्रेंस हॉल में एकत्रित होकर सरकार के फैसले पर मंत्रणा कर आगामी रणनीति भी तय की गई.
सुबह 9:30 से 11 बजे तक पेन डाउन स्ट्राइक: हिमाचल सरकार द्वारा एनपीए बंद करने के विरोध में डॉक्टरों का पेन डाउन स्ट्राइक आज दूसरे दिन भी जारी रही. मंगलवार को क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में सुबह 9:30 बजे से 11 बजे तक कामकाज पूरी तरह से ठप्प रखा. इस दौरान हिमाचल मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के जिला महासचिव डॉक्टर पीयूष नंदा भी पेन डाउन स्ट्राइक के दौरान डॉक्टरों के साथ मौजूद रहे. एसोसिएशन की सदस्य डॉ. रंजना ने कहा कि प्रदेश सरकार को अपने फैसले पर एक बार फिर विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकारी सेवाओं में कार्यरत डाक्टरों को प्राइवेट प्रैक्टिस से रोकने के लिए ही एनपीए दिया जा रहा था, लेकिन अब एनपीए के बंद होने से डॉक्टरों में रोष है.