ऊना:विकेट भौगोलिक परिस्थितियों से लबरेज हिमाचल प्रदेश में बाहरी राज्यों के लोगों का जान जोखिम में डाल कर सफर करना लगातार जारी है. यहां बात हो रही है विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक होला मोहल्ला मेले की, जिसमें पड़ोसी राज्यों समेत देश के कई हिस्सों से आने वाले श्रद्धालु मालवाहक वाहनों में भेड़ बकरियों की तरह ठूंस-ठूंस कर लाए जा रहे हैं. हालांकि मेला शुरू होने से पूर्व जिला प्रशासन द्वारा मौत के इस सफर को रोकने के लिए न केवल कड़ी हिदायतें जारी की गई थी. अपितु पड़ोसी राज्यों के प्रशासन से संपर्क करते हुए श्रद्धालुओं को जागरूक करने का भी अभियान चलाया गया था. जिसके तहत उन्हें यह सख्त हिदायत जारी की गई थी कि मेले में आने वाले श्रद्धालु केवल मात्र यात्री वाहनों में ही सुरक्षित सफर करें.
लेकिन, मेले में पहुंच रहे अधिकतर श्रद्धालु ट्रकों और अन्य मालवाहक वाहनों में ही सफर करते देखे जा रहे हैं. हालत यह है कि जिला ऊना में आस्था के नाम पर मौत का यह सफर बदस्तूर जारी है. लेकिन प्रशासन मूकदर्शक बन किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है. हालांकि जोखिम भरे इस सफर में कई लोग पहले भी अपनी जिंदगी खो चुके हैं, जबकि कई लोग दिव्यांगता का शिकार हो चुके हैं. स्थानीय लोगों की माने तो प्रशासन को इस मामले पर सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए, क्योंकि अक्सर इस तरह से सफर करना जानलेवा साबित होता है.