ऊना: हरोली के गोंदपुर जयचंद में युवक की लाश मिलने के मामले में नया मोड़ आया है. पुलिस ने मृतक के मौसेरे भाई की शिकायत के आधार पर उसी के दो दोस्तों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है. यह वही दोस्त हैं, जिनके साथ मृतक राजेंद्र कुमार वीरवार बाद दोपहर घर से मोटरसाइकिल लेकर निकला था. एक तरफ जहां युवक की लाश खड्ड में मिली है, वहीं दूसरी तरफ उसके दोनों दोस्त लापता चल रहे हैं. जबकि उनके मोबाइल नंबर भी बंद आ रहे हैं.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पंजाब के होशियारपुर जिला की गढ़शंकर तहसील के डल्लेवाल गांव निवासी 27 वर्षीय कश्मीर लाल, पुत्र जागा राम ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह पास के गांव झुग्गियां में अपना सैलून चलाता है. उसकी मौसी सोमा देवी अपने बेटे 23 वर्षीय राजेन्द्र कुमार और दो बेटियों के साथ उन्हीं के घर में रह रही है. उसकी मौसी का बेटा मृतक राजेंद्र कुमार मेहनत मजदूरी करता था. वीरवार 6 अप्रैल को वह घर पर ही मौजूद था और इसी दौरान कश्मीर लाल को मोटरसाइकिल की जरूरत पड़ी. जिसके चलते उसने राजेंद्र कुमार को फोन करके मोटरसाइकिल साथ लाने को कहा.
राजेंद्र कुमार ने उसे तुरंत सैलून पहुंचने की बात कही, लेकिन यह नहीं बताया कि वह कहां था. काफी देर बाद कश्मीरी लाल ने फिर से राजेंद्र को मोटरसाइकिल लाने के लिए फोन किया तो राजेंद्र ने उसका फोन रिसीव नहीं किया. जबकि इसके बाद कश्मीर लाल ने कई बार उसे कॉल करने का प्रयत्न किया, लेकिन उसने कॉल नहीं उठाई. शाम के वक्त कश्मीर लाल अपना सैलून बंद कर घर पहुंचा तो उसे मासी सोमा देवी ने बताया कि राजेंद्र कुमार अभी तक घर वापस नहीं लौटा है. मौसी ने यह भी बताया कि राजेंद्र कुमार के साथ उन्हीं के गांव का गगन, पुत्र जोगिंदर सिंह और हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के गांव सासन का रहने वाला विशाल, पुत्र रमेश चंद, राजेंद्र को बाइक समेत घर से लेकर गए हैं.
गौरतलब है कि विशाल इसी गांव में अपनी बुआ के घर रह रहा है. मामले की जानकारी मिलते ही कश्मीर लाल ने अपने दोस्तों के साथ राजेंद्र कुमार और उसके दोनों दोस्तों गगन और विशाल की तलाश शुरू कर दी. इसी दौरान साथ लगते गांव महदवाणी में इलेक्ट्रिशियन की दुकान करने वाले गोल्डी ने कश्मीर लाल को बताया कि उसने तीनों युवकों को उसकी बाइक पर हिमाचल प्रदेश के गांव गोंदपुर जयचंद की तरफ जाते देखा था. जिसके बाद कश्मीर लाल और उसके सभी साथियों ने राजेंद्र को खोजने का प्रयास किया. लेकिन उन्हें कुछ सुराग हाथ नहीं लगा.