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चिंतपूर्णी श्रावण अष्टमी मेला की तैयारियां जोरो पर केवल एक घंटे श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेगा मंदिर: उपायुक्त

प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां चिंतपूर्णी में 9 से 16 अगस्त तक चलने वाले श्रावण अष्टमी नवरात्र मेले (Shravan Ashtami Mela) को लेकर तैयारियां जोरो पर है. मेले की तैयारियों को लेकर उपायुक्त ऊना राघव शर्मा (Deputy Commissioner Una Raghav Sharma) ने आज चिंतपूर्णी में विभिन्न विभागों के अधिकारीयों के साथ बैठक की. उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए केवल एक घंटे के लिए रात 11 बजे से 12 बजे तक मंदिर बंद रहेगा.

DC Una held a meeting regarding the preparations for Chintpurni Shravan Ashtami Mela
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Published : Aug 5, 2021, 7:44 PM IST

ऊना: उत्तरी भारत के सुप्रसिद्ध धार्मिक स्थल चिंतपूर्णी (Chintpurni) में 9 से 16 अगस्त तक चलने वाले श्रावण अष्टमी नवरात्र मेले ( Shravan Ashtami Mela) को लेकर तैयारियां जोरो पर है. मेले की तैयारियों को लेकर उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने आज चिंतपूर्णी में विभिन्न विभागों के अधिकारीयों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि मेले के दौरान कोविड 19 नियमों (Covid 19 Rules) का विशेष ध्यान रखा जाएगा. श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए केवल एक घंटे के लिए रात 11 बजे से 12 बजे तक मंदिर बंद रहेगा. बाकी सारा समय श्रद्धालु मंदिर पहुंचकर माता चिंतपूर्णी की पवित्र पिंडी के दर्शन कर पाएंगे.

उपायुक्त ऊना ने बताया कि मेले के दौरान भंडारों, कीर्तन और जागरण पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा. प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां चिंतपूर्णी (Famous Shaktipeeth Maa Chintpurni) में श्रावण अष्टमी मेले का आयोजन मानक संचालन प्रक्रिया के तहत और कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए 9 से 16 अगस्त 2021 तक किया जाएगा. मेले के सफल आयोजन को लेकर आज मंदिर आयुक्त व उपायुक्त ऊना राघव शर्मा (Deputy Commissioner Una Raghav Sharma) की अध्यक्षता में चिंतपूर्णी सदन के सभागार में बैठक का आयोजन किया गया. बैठक के दौरान उपायुक्त ने कहा कि कोरोना वायरस अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है. ऐसे में श्रावण अष्टमी मेले के दौरान मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड नियमों का पालन करना होगा.

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उन्होंने कहा कि श्रावण अष्टमी नवरात्र मेले के दृष्टिगत जिला प्रशासन ने कोविड-19 एसओपी जारी कर दी है. मेले के दौरान भंडारों, भजन-कीर्तन, सत्संग, भागवत और अन्य धार्मिक आयोजनों पर प्रतिबंध रहेगा. नवरात्र मेले के दौरान श्रद्धालुओं को चलते हुए ही दर्शन करने की अनुमति रहेगी. उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं को धर्मशाला में केवल 50 प्रतिशत क्षमता के साथ ही ठहरने की अनुमति रहेगी. श्रद्धालुओं को दर्शन पर्ची लेने के साथ साथ कोविड-19 की स्क्रीनिंग भी करवानी होगी.

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