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25 मार्च से 2 अप्रैल तक होगा चिंतपूर्णी चैत्र नवरात्र मेले का आयोजन, तैनात होंगे पर्याप्त पुलिस जवान-एडीसी

चिंतपूर्णी चैत्र नवरात्र मेला इस साल 25 मार्च से 2 अप्रैल तक आयोजित होगा. यह जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त ऊना अरिंदम चौधरी ने बुधवार को मेले के सफल आयोजन के लिए बजत भवन अंब में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी.

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Published : Feb 26, 2020, 10:08 PM IST

Chintpurni Chaitra Navratri Fair
चिंतपूर्णी चैत्र नवरात्रि मेला

ऊना:जिले में श्री चिंतपूर्णी चैत्र नवरात्र मेला इस साल 25 मार्च से 2 अप्रैल तक आयोजित होगा. यह जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त ऊना अरिंदम चौधरी ने बुधवार को मेले के सफल आयोजन के लिए बजत भवन अंब में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी.

अतिरिक्त उपायुक्त ऊना अरिंदम चौधरी ने कहा कि एसडीएम अंब मेला अधिकारी होंगे, जबकि डीएसपी अंब को पुलिस मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है. मेले के दौरान कानून एवं व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पूरे मेला क्षेत्र को चार सेक्टर में बांटा जाएगा, जबकि 200 पुलिस व 200 होमगार्ड समेत 50 महिला आरक्षी पुलिस और होमगार्ड जवान तैनात किए जाएंगे.

मेले में सुरक्षा व्यवस्था हेतु तैनात होंगे पर्याप्त पुलिस व होमगॉर्ड के जवान-एडीसी

अरिंदम चौधरी ने कहा कि मेले के दौरान यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए माता के दर्शनों को आने वाली श्रद्धालुओं की स्पेशल बसों को भरवाईं में ही रोक दिया जाएगा, जबकि नियमित रूट की बसों को चिंतपूर्णी बस स्टैंड तक आने दिया जाएगा. एडीसी ने एसडीएम अंब को मेला शुरू होने से पांच दिन पहले दुकानदारों द्वारा मेले के दौरान अपनी दुकानों के बाहर अतिक्रमण न करने बारे प्रचार वाहन द्वारा प्रचार करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि यदि फिर भी कोई दुकानदार अपनी दुकान के बाहर अतिक्रमण करता है, तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाए.

अरिंदम चौधरी ने कहा कि दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नए बस स्टैंड के नजदीक बहुउद्देशीय भवन में दर्शन पर्ची उपलब्ध करवाई जाएगी और मेला अवधि के दौरान जेब कतरों इत्यादि पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी. साथ ही कहा कि आग की घटना से निपटने के लिए अग्रिशमन वाहन भी तैनात रहेंगे. उन्होंने बताया कि मेले के दौरान प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा.

नारियल चढ़ाने व ढोल नगाड़े बजाने पर रहेगा प्रतिबंध

एडीसी ने बताया कि मेले के दौरान श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए जाने वाले नारियल के अतिरिक्त ढोल नगाड़े, लाउड स्पीकर व चिमटा इत्यादि बजाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा. मेले के दौरान लंगर लगाने की अनुमति मंदिर कमेटी द्वारा निर्धारित शर्तों के अनुसार ही दी जाएगी. उन्होंने बताया कि पूरे मेला अवधि के दौरान लंगर लगाने के लिए 10 हजार रुपये जबकि एक दिन के लिए एक हजार रुपये फीस देनी होगी. इसके अलावा पांच हजार रुपये बतौर सिक्योरिटी फीस जमा करवाने होंगे.

मेले के दौरान स्थापित होंगे विशेष चिकित्सा कैंप

अरिंदम चौधरी ने कहा कि मेले के दौरान श्रद्धालुओं को आपातकालीन चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित कराने को जहां चिंतपूर्णी व शीतला अस्पताल 24 घंटे अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे. वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक आयुर्वेदिक व 3 ऐलोपैथिक चिकित्सा केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे. इन चिकित्सा केंद्रों में मंदिर न्यास की ओर से पर्याप्त दवाइयां मुहैया करवाई जाएंगी.

एडीसी ने मेले के दौरान श्रद्धालुओं को स्वच्छ व साफ-सुथरा पेयजल मुहैया करवाने के लिए जल शक्ति विभाग को पेयजल स्रोतों की समुचित साफ-सफाई व पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए. साथ ही इस दौरान साफ-सफाई सुनिश्चित बनाने के भी निर्देश दिए.

उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों से मेले के सफल आयोजन के लिए अपना हर संभव सहयोग प्रदान करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि मेला श्रद्धालुओं से ही होता है. ऐसे में मां के दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिले इस दिशा में सभी विभाग अपनी बेहतर सेवाएं प्रदान करने का प्रयास करें.

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