ऊना: बैंबू मैन ऑफ इण्डिया (Bamboo Man of India ) योगेश शिंदे ने ऊना में एक कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने बैंबू की खेती के फायदे स्थानीय लोगों को बताए और उसके साथ साथ आर्ट एंड क्राफ्ट से लेकर कारपोरेट जगत तक बांस के उत्पादों की महत्ता पर भी प्रकाश डाला.
जिले में बांस की खेती को बढ़ावा देने और बांस के उत्पादों की मार्केटिंग को लेकर इस व्यवसाय से जुड़े स्वयं सहायता समूहों और अन्य लोगों के लिए समर्थ ऊना के तहत एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. वर्कशॉप में योगेश शिंदे ने कहा कि हिमाचल की भौगोलिक परिस्थितियों में बांस की खेती काफी बेहतर की जा सकती है. साथ ही साथ बांस के उत्पादों को आर्ट एंड क्राफ्ट से प्रमोट कर कॉरपोरेट के क्षेत्र में लाया जा सकता है.
योगेश शिंदे ने बताया कि फिलहाल हिमाचल में आर्ट एंड क्राफ्ट (Art and craft) के तहत केवल हाथों से तैयार किए जाने वाले बांस के उत्पादों का निर्माण किया जा रहा है. यदि यहां पर पुणे की तर्ज पर ऑटोमेटिक मशीनों की स्थापना की जाती है तो बांस के उत्पादों को कॉर्पोरेट स्टैंडर्ड के मुताबिक तैयार किया जा सकता है. जिससे यहां के बैंबू प्रोडक्ट्स न केवल देश के अन्य राज्यों पर कि विदेशों में भी धूम मचा सकते हैं.