ऊना: जिला ऊना में बरसात के मौसम का आगाज बुधवार से हुआ. इस बार मानसून ने ऊना में करीब 13 दिन पहले ही दस्तक दे दी है. समय से पहले मानसून का दस्तक देना किसानों के लिए काफी लाभदायक माना जा रहा है. जिसके चलते जिले में परंपरागत खेती के साथ-साथ सब्जियों की भी अच्छी पैदावार होने की उम्मीद जताई जा रही है.
कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को दिए टिप्स
बरसात के लिहाज से ऊना जिला कुकर बिट्स की पैदावार के लिए काफी अहम माना जाता है. जिसमें करीब आधा दर्जन सब्जियां इसी मौसम में उगाई जाती हैं. कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार बारिश के जल्दी आने से बेलदार सब्जियां किसानों को अच्छी पैदावार देकर उनकी आर्थिकी को मजबूत करने में अहम भूमिका अदा कर सकती हैं. कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को कुछ अहम टिप्स देते हुए बरसात के सीजन में लाभ कमाने की सलाह दी है.
किसानों के लिए बेहतरीन मौका
इस बार मानसून का समय से पहले आना परंपरागत खेती मक्की के लिए काफी लाभदायक है. आमतौर पर प्रति वर्ष मानसून के देरी से आने के कारण मक्की की फसल की बिजाई में भी देरी होती थी. मानसून के जल्द आने से किसानों के लिए बेहतरीन मौका मिला है. किसानों के खेत बिजाई के लिए पूरी तरह से तैयार हो चुके हैं. बारिश के चलते ना केवल परंपरागत खेती बल्कि नकदी फसलों के लिए भी इस बार बेहतरीन मौका है.