ऊना: कोरोना संकट में सबसे ज्यादा असर गरीब और रोजाना कमाकर खाने वाले वर्ग पर पड़ा है. लॉकडाउन में लगी पाबंदियों के बीच रोजगार के साधन सीमित हो गए और बहुत से परिवारों के सामने दैनिक जरूरतें को पूरा करने का संकट खड़ा हो गया. सरकार ने ऐसे वर्ग की पीड़ा को समझ कर संवेदनशीलता दिखाई और निशुल्क गैस सिलेंडर देने का फैसला किया.
केंद्र सरकार की उज्ज्वला योजना के तहत लॉकडाउन के दौरान जिला ऊना के लगभग 6000 परिवारों को 16,964 निशुल्क रसोई गैस सिलेंडर प्रदान किए गए. इस योजना के तहत केंद्र सरकार ने प्रति लाभार्थी परिवार को तीन-तीन सिलेंडर निशुल्क प्रदान किए. खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने 23 मार्च से लेकर 1 जून 2020 तक ऊना उपमंडल में 3334, हरोली में 3142, बंगाणा में 3271, अंब में 4554 और गगरेट में 2663 सिलेंडर प्रदान किए.
क्या कहना है उज्ज्वला योजना केलाभार्थी: उज्ज्वला योजना की लाभार्थियों ने कहा कि ''कोरोना के चलते लॉकडाउन के बीच केंद्र सरकार ने हमें तीन रसोई गैस सिलेंडर निशुल्क दिए हैं, जिससे उन्हें काफी राहत मिली. केंद्र सरकार की उज्ज्वला योजना बहुत ही सराहनीय योजना है और इससे हमें धुएं से आजादी मिली है. मोदी सरकार का हार्दिक धन्यवाद करते हैं.
केंद्र सरकार की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में शुरू हुई गृहिणी सुविधा योजना गृहिणी सुविधा योजना भी कोरोना संकट के बीच लाभार्थियों के लिए वरदान बनी है. इस योजना के तहत लाभार्थियों को एक-एक गैस सिलेंडर निशुल्क प्रदान किया गया और 1 मई से लेकर 15 जून 2020 तक जिला ऊना में लगभग 9000 परिवारों को एक-एक फ्री सिलेंडर प्रदान किया.
क्या कहना है गृहिणी सुविधा योजना के लाभार्थियों का गृहिणी सुविधा योजना की लाभार्थी ऊना निवासी बिशनी देवी ने कहा "घर में कमाने वाला एक ही सदस्य है और परिवार में खाने वाले छह लोग हैं. पति दिहाड़ी मजदूरी करता हैं और उसी से परिवार का खर्च चलता है. लॉकडाउन में एक सिलेंडर प्रदेश सरकार ने दिया है, जिसके लिए हम मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का धन्यवाद करते हैं. पहले भी सरकार ने एक सिलेंडर फ्री में दिया था. गृहिणी सुविधा योजना में प्रदेश सरकार ने सिलेंडर के साथ-साथ, पाइप व रेगुलेटर भी प्रदान किया है. अब समय की बचत होती है और धुएं से भी छुटकारा मिला है. लॉकडाउन में एक अतिरिक्त गैस सिलेंडर निशुल्क मिलने से काफी फायदा हुआ है."
क्या है योजनाखाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक ऊना विजय सिंह हमलाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 मई 2016 को प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की शुरूआत की थी, जिसका उद्देश्य महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है. इस योजना के तहत केंद्र सरकार बीपीएल, एससी और एसटी परिवारों को गैस कनेक्शन की सुविधा प्रदान कर रही है, जबकि हिमाचल प्रदेश सरकार की गृहिणी सुविधा योजना के तहत उन लोगों को रसोई गैस कनेक्शन की सुविधा से जोड़ा गया है, जिनके घरों में गैस सुविधा नहीं थी. इस योजना के तहत उन परिवारों को लाभ मिल रहा है, जो परिवार उज्जवला योजना से नहीं जुड़ पाए हैं.
हर संभव सहायता का प्रयासइस संबंध में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब भारत में लॉकडाउन करने की घोषणा की तो उसके कुछ दिन बाद ही गरीब लोगों की राहत के लिए कई घोषणा भी हुई. इनमें उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को मुफ्त गैस सिलेंडर देना भी शामिल है. इसी प्रकार से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने भी गृहिणी सुविधा योजना के तहत एक-एक फ्री सिलेंडर दिया है. सरकार संवेदनशीलता के साथ काम कर रही है और प्रत्येक वर्ग को कुछ न कुछ राहत प्रदान करने के लिए प्रयासरत है.