सोलन/बद्दी: झाड़माजरी स्थित एक निजी कंपनी के कामगारों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है. कामगार पिछले सात दिनों से दिन रात फैक्टरी के आगे प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन न तो कंपनी संचालक, न ही श्रम विभाग और न ही स्थानीय प्रशासन उनकी सुध ले रहा है.
कामगारों का कहना है कि जो सुरक्षा कर्मी कंपनी के अंदर है पुलिस प्रसासन को इनकी चिंता है और उन्हें समय समय पर भोजन पानी का प्रबंध किया जा रहा है, लेकिन उनके घर में छोटे-छोटे बच्चे जो सैलरी के अभाव में भूखे मर रहे हैं उनकी कोई चिंता नहीं है. अब कामगारों ने भूख हड़ताल पर जाने का भी मन बना लिया है.
पिछले छह दिनों से श्रम कार्यालय बंद
कंपनी कामगार यूनियन की प्रधान पूनम, उपप्रधान सुरेश, प्रेम लता, तृप्ता, प्रेम, आशा निक्की, समेत 108 कामगारों ने बताया कि श्रम विभाग में उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई है. पिछले छह दिनों से श्रम कार्यालय बंद पड़ा है. पुलिस विभाग का कहना है कि श्रम विभाग ही उनकी सुनवाई करेगा, लेकिन कार्यालय बंद होने से वह किसके पास जाएं.
सभी महिला आईटीआई होल्डर व हिमाचली
पूनम व अवतार सिंह ने बताया कि पूर्व एचआर प्रबंधक राजेंद्र ठाकुर ने फैक्टरी संचालकों को भड़का कर उनका गेट अंदर से बंद कराया है. वे पिछले 2006 से इस कंपनी में कार्यरत हैं, लेकिन कंपनी संचालक ने बिना बताए ही उनके लिए गेट बंद कर दिया है, जबकि वह सभी महिला आईटीआई होल्डर व हिमाचली हैं.