सोलन: पुलिस ने व्यापार मंडल सोलन के अध्यक्ष कुशल जेठी सहित सात दुकानदारों पर मामला दर्ज किया है. इसके विरोध में सोलन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सात दुकानदारों के साथ काले पट्टे पहनकर सामूहिक गिरफ्तारी देने के लिए सोलन सदर थाने पहुंच गए. थाने में ही सभी ने गांधी जी का भजन गाकर अपना विरोध जताया.
दरअसल कोरोना महामारी के चलते प्रदेश सरकार ने कोरोना कर्फ्यू लगाया है. कर्फ्यू में केवल जरूरी सामान की दुकानों को ही निर्धारित समय में खोलने की अनुमति है. सरकार के इस निर्णय के खिलाफ कुछ दुकानदारों में भारी रोष है.
काले झंडे लगाकर जताया था विरोध
सोलन व्यापार मंडल के अध्यक्ष कुशल जेठी की अगुवाई में कुछ दुकानदारों ने जरूरी सामान की दुकानों के अलावा दूसरी दुकानों को खोलने की अनुमति ना देने पर बाजार में काले झंडे लगाकर रोष व्यक्त किया था. इसके बाद सोलन पुलिस ने व्यापार मंडल अध्यक्ष सहित सात दुकानदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि मामला किन धाराओं के तहत दर्ज किया गया है.
हालांकि बीते कल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की व्यापारियों के साथ हुई बैठक में भी कुशल जेठी ने भाग लिया था. मुख्यमंत्री ने एक जून से दुकानों को खोलने का आश्वासन दिया था. आश्वासन के बाद मुख्यमंत्री का व्यापारियों ने आभार भी व्यक्त किया था, लेकिन सोलन पहुंचने पर उन्हें पता चला की दुकानों के बाहर काले झंडे लगाने को लेकर उनके साथ अन्य दुकानदारों पर मामला दर्ज हुआ है, जिसके विरोध में शुक्रवार को कुशल जेठी सहित सात लोग अपनी सामूहिक गिरफ्तारी देने सोलन थाने में पहुंचे.
एफआईआर वापस लेने की मांग
इस दौरान उन्होंने कहा कि राजनैतिक दबाव के चलते उन पर यह मामला दर्ज किया गया है. अन्ना हजारे सहित दिल्ली में किसान मोर्चा एवं अन्य विरोध प्रदर्शनों में सभी जगह काले झंडे लगाकर शान्ति प्रिय ढंग से विरोध दर्ज करवाया जा रहा है. कुशल जेठी ने मांग करते हुए कहा कि या तो उनके खिलाफ दर्ज हुए मामले को वापस लिया जाए या फिर उन्हें सामूहिक रूप से गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया जाए.
ये भी पढ़ें:हिमाचल में जेल कर्मियों की छुट्टियों पर रोक, कैदियों के पैरोल को भी बढ़ाया