सोलन: डॉ. यशवंत सिंह परमार औदयानिकी और वानिकी विश्वविद्यालय नौणी (Nauni University of sloan) में 19 से 21 दिसंबर तक तीन दिवसीय हिमसंवाद-ट्रांस हिमालयन स्थानीय समाधान और कार्यान्वयन रणनीति पर सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. यह कार्यक्रम नौणी विश्वविद्यालय सेवा इंटरनेशनल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है. नौणी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल ने बताया कि यह सम्मेलन हर साल सेवा इंटरनेशनल द्वारा आयोजित किया जाता है. लेकिन इस वर्ष इसे हिमाचल में आयोजित किया जा रहा है.(Himsamvad conference at Nauni University).
उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में विशेषज्ञों द्वारा स्थानीय समाधान और कार्यान्वयन रणनीतियों सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. प्रो. चंदेल ने बताया कि हिमालयन देशों भूटान और नेपाल तथा भारत के हिमालयन क्षेत्र में स्तिथ राज्यों के 200 से अधिक नीति निर्माता, सामाजिक कार्यकर्ता और शोधकर्ता तीन दिनों तक नौणी में हिमालय क्षेत्र के सतत विकास पर विचार-विमर्श करेंगे. उन्होंने कहा कि कई महत्वपूर्ण विषयों के अलावा कोविड के बाद पहाड़ी क्षेत्र में आत्मनिर्भर विकास की आवश्यकता और स्थानीय समुदायों के विकास में आने वाली बाधाओं को दूर कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की प्राथमिक आवश्यकता पर प्रतिभागियों द्वारा विचार-विमर्श किया जाएगा.
सम्मेलन का उद्घाटन हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर करेंगे. हिमाचल प्रदेश के कृषि सचिव राकेश कंवर, आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा, कॉर्ड की राष्ट्रीय निदेशक डॉ. क्षमा मैत्रे, सीईएसओडी के कार्यकारी निदेशक श्रवण कुमार शर्मा, राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान के प्रो. रवींद्र एस गवली, एम्स बीबीनगर के कार्यकारी निदेशक प्रो. विकास भाटिया, यूएनडीपी के सलाहकार राजीव इस्सर सहित कई प्रसिद्ध हस्तियां इस सम्मेलन के दौरान अपने विचार साझा करेंगी.