सोलन: प्रदेश सरकार की ओर से नगर निगम बनाने के लिए सोलन को चुना गया है और ग्रामीण इसका विरोध कर रहे है. वहीं, अब ग्रामीण क्षेत्रों के नगर निगम में विलयिकरण पर बीजेपी और कांग्रेस में भी राजनीति देखने को मिल रही है. एक ओर बीजेपी के लोग सरकार का समर्थन कर रहे है. दूसरी ओर बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस और वामपंथी दल ग्रामीण लोगों को उकसाया रहे है.
वहीं, नगर निगम में ग्रामीण क्षेत्रों को शामिल ना किया जाए, इसके लिए अब हिमाचल किसान सभा भी किसानों के साथ खड़ी हो चुकी है. सोलन में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान हिमाचल किसान सभा की ओर से पूर्व डिप्टी मेयर टिकेंद्र सिंह पवार ने कहा कि वह सोलन को नगर निगम में शामिल न करने का समर्थन करते हैं. उनका कहना है कि प्रदेश सरकार की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों को नगर निगम में शामिल करने की जारी अधिसूचना को रद्द किया जाए.
आगामी 20 सालों की सोच रखे सरकार
पूर्व डिप्टी मेयर ने कहा कि सरकार का फैसला सोलन को नगर निगम में शामिल करना ग्रामीणों और 8 पंचायतों के लोगों का विकास नहीं विनाश होगा. उन्होंने कहा कि अगर सरकार को नगर निगम बनाना है तो सबसे पहले नगर पंचायतें बनाई जाए, उसके बाद नगर परिषद फिर नगर निगम बनाया जाएगा.