सोलन: हिमाचल प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना मामलों को देखते हुए प्रदेशभर में स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने भी इसे लेकर प्रदेश के सभी अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि सभी अस्पतालों में कोरोना मामलों को लेकर पुख्ता इंतजाम किए जाएं. सोमवार को प्रदेश के साथ-साथ सोलन में भी बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. जिसमें अस्पताल प्रशासन द्वारा पीएसए प्लांट, ऑक्सीजन सुविधा और दवाइयों की खेप की जांच की गई.
कोविड पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं के लिए बना स्पेशल वार्ड रूम: कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी सही तरीके से हो इसके लिए भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. यदि गर्भवती महिला कोविड से पीड़ित हो जाती है, तो उसके लिए अस्पताल प्रशासन द्वारा स्पेशल वार्ड रूम डिलीवरी के लिए बनाया गया है. जहां पर कोरोना पीड़ित गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी की जा रही है और यहां पर पुख्ता इंतजाम स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए हैं. बिना मास्क और पीपीईकिट के इस वार्ड में किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है, ताकि गर्भवती महिला और उसके बच्चे को किसी तरह का कोई नुकसान न हो.
पीएसए प्लांट बंद, ऑक्सीजन सिलेंडर से हो रही ऑक्सीजन सप्लाई: वहीं दूसरी तरफ क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में लगा एकमात्र पीएसए प्लांट बंद होने की वजह से मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर के माध्यम से ऑक्सीजन दी जा रही है. सरकार के आदेशों के बाद ऑक्सीजन प्लांट में लगे आउटसोर्स कर्मचारियों को हटा दिया गया है और इसके बारे में उच्च अधिकारियों को क्षेत्रीय अस्पताल के प्रशासन ने भी अवगत कराया है. फिलहाल क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में ऑक्सीजन सिलेंडर के माध्यम से ही मरीजों को ऑक्सीजन सुविधा दी जा रही है. वहीं, कोरोना जैसी गंभीर स्थिति में अस्पतालों में बंद पड़े पीएसए प्लांट स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं.