सोलन: हिमाचल के किले सीरीज में अब तक हम आपको कई ऐतिहासिक धरोहरों से रूबरू करवा चुके हैं. आज जिस किले की हम आपको सैर करवाने जा रहे हैं ये किला कभी राजपूताना शान-ओ-शौकत के लिए जाना जाता था. जिला सोलन में बसा ये किला नालागढ़ किले के नाम से मशहूर है.
सन 1421 में राजा विक्रम चंद के शासन के दौरान नालागढ़ किला बनाया गया था, लेकिन अब हिमाचल आने वाले टूरिस्ट के लिए इस किले को खूबसूरत होटल का लुक दिया गया है. यहां अब लोग राजपूताना लाइफस्टाइल का लुत्फ उठाने के लिए यहां आते हैं.
नालागढ़ हंडूर किंगडम के अंदर आता था. कहा जाता है कि हंडूर रियासत को स्थापना कहलूर के राजा अजय चंद ने 1100 ई. में इसे बसाया था. फिर, 1421 में राजा बिक्रम चंद ने नालागढ़ किले को बनवाया था. चंदेल राजपूत यहां बुंदेलखंड से आए थे. चंदेल राजाओं ने ही खजुराहो मंदिर का निर्माण करवाया था. बाद में इस किले पर तोमर, परमार, पवार और पनवार राजवंशों ने शासन किया. नालागढ़ किला सुरक्षा की दृष्टि से कम बल्कि शान-ओ-शौकत की दृष्टि से बसाया गया था. किले के निर्माण में चूना पत्थर इस्तेमाल किया गया है और किले में एक गुप्त सुरंग भी है जिसे राजा युद्ध के समय भागने या छिपने में इस्तेमाल करते थे जिसे अब बंद कर दिया गया है. इस प्राचीन किले अब एक हैरिटेज होटल में बदल दिया गया है जिसकी वजह से पर्यटकों के लिए एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन भी बन गया है.
नालागढ़ किले में बना मंदिर ये भी पढ़ें - रहस्य: पूर्णाहुति डालने के बाद ही यहां होने लगती है बारिश, सूखा पड़ने पर महादेव ऐसे करते हैं सहायता