सोलन:जिला सोलन में वर्ष 2019 में एनडीपीएस के मामलों में वृद्धि हुई है, जबकि सड़क दुर्घटनाओं के मामलों में कमी आई है. 2019 में बीते वर्ष के मुकाबले एनडीपीएस के मामलों में 22 मामले ज्यादा दर्ज किए गए हैं, जबकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी देखने को मिली है.
जिला सोलन में बलात्कार के मामलों में भी कमी देखने को मिली है. वर्ष 2019 में बलात्कार के 32 मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं, सोलन में वर्ष 2019 में चोरी के मामलों में कमी देखने को मिली है.
पुलिस अधीक्षक मधुसूदन शर्मा ने कहा कि वर्ष 2019 में पुलिस ने 2018 के मुकाबले 19,023 ज्यादा चालान किए. पुलिस ने 2019 में कुल 61,611 चालान कर 1 करोड़ 78 लाख रुपये वसूले, जबकि 2018 में 42,588 चालान कर डेढ़ करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला.
जागरूकता अभियान के चलते सड़क हादसों में आई है कमी
एसपी सोलन मधुसूदन शर्मा ने कहा कि पुलिस के जागरूकता अभियान से सड़क हादसों में कमी आई है. इस साल भी पुलिस का यही प्रयास रहेगा कि हादसों में कमी लाई जाए. सड़क दुर्घटनाओं में 2018 के मुकाबले 2019 में 35 दुर्घटनाओं के मामले कम दर्ज किए गए है.
बता दें कि वर्ष 2019 में सड़क दुर्घटनाओं के 167 अभियोग पंजीकृत हुए हैं, जबकि वर्ष 2018 में इसमें 202 अभियोग पंजीकृत हुए थे. वर्ष 2019 के दौरान सड़क दुर्घटनाओं में 35 अभियोगों की कमी हुई है.
नशे को उखाड़ फेंकने में नारी शक्ति का अहम रोल
एसपी सोलन मधुसूदन शर्मा ने कहा कि पुलिस द्वारा नशे को समाज से उखाड़ फेंकने के लिए चलाए गए अभियान में नारी शक्ति का अहम रोल रहा है. नारी शक्ति की दी गयी सूचना के आधार पर सोलन पुलिस ने नशाखोरों को पकड़ने में सफलता हासिल की है.
बता दें कि मादक पदार्थ अधिनियम के तहत वर्ष 2019 में 108 अभियोग पंजीकृत हुए जिनमें 164 आरोपियों जिसमें 08 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं, जबकि वर्ष 2018 में 86 अभियोग दर्ज है.
वहीं, वर्ष 2019 में आरोपियों से 14.29 किलोग्राम चरस, 2.462 किलोग्राम अफीम, 22.107 किलोग्राम चूरापोस्त, 1265.976 ग्राम हेरोइन, 13,561 भांग के पौधे और 38 इंजेक्शन पकड़े गये हैं.
बलात्कार और छेड़छाड़ के मामलों में आई है कमी
जिला सोलन में महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार, बलात्कार और छेड़छाड़ जैसे मामलों में कमी आई है. एसपी मधुसूदन शर्मा ने कहा कि व्हाट्सएप ग्रुप, गुड़िया हेल्पलाइन और अन्य सोशल अकाउंट के माध्यम से महिलाएं अपनी बात निष्पक्ष होकर कह सकती हैं.
एसपी ने कहा कि महिलाएं आज के दौर में जागरूक हो चुकी हैं. इस कारण छेड़छाड़ और बलात्कार जैसे मामलों में कमी आई है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में छेड़छाड़ और बलात्कार के मामलों में 32 मामले दर्ज किए गए हैं.
वहीं, वर्ष 2019 में चोरी के 58 अभियोग पंजीकृत हुए हैं, जबकि 2018 में 99 अभियोग पंजीकृत हुये थे. वर्ष 2019 के दौरान चोरी की घटनाओं में 41 अभियोगों की कमी हुई है. चोरी के सभी मामलों में एफआईआर दर्ज की जाती है. चोरी की गई सम्पति की धर पकड़ के लिए पुलिस द्वारा हर सम्भव प्रयास किए जाते हैं. इसके चलते पुलिस को चोरों के अंतर्राज्यीय गिरोह को पकड़ने में कामयाबी मिली है.
बता दें कि वर्ष 2019 में गृह भेदन के 25 अभियोग पंजीकृत हुए हैं. जबकि वर्ष 2018 में 72 अभियोग पंजीकृत हुए थे. यानि इस साल इसमें 47 अभियोग कम पंजीकृत हुए हैं.
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