सोलन:हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन शहर की अधिष्ठात्री देवी माता शूलिनी देवी के राज्य स्तरीय शूलिनी मेले का आगाज शुक्रवार को माता की शोभायात्रा के साथ हो गया है. मां शूलिनी पालकी में सवार होकर गंज बाजार स्थित मंदिर में अपनी बहन से मिलने के लिए मंदिर से निकलीं. पालकी में सवार होकर दोपहर 2:00 बजे शूलिनी माता गंज बाजार अपनी बहन से मिलने के लिए निकलीं. पहले दिन माता के दर्शन के लिए हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी.
मंदिर से करीब 200 मीटर दूर पुरानी कचहरी में मां शूलिनी की पालकी का स्वागत स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल और सीपीएस संजय अवस्थी ने किया. राज्य स्तरीय शूलिनी मेले का शुभारंभ मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने करना था, लेकिन व्यस्तता के चलते वह कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए. शुक्रवार को शोभायात्रा से पहले मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना की गई. इसके बाद पारंपरिक वाद्य यंत्र और ढोल-नगाड़ों के साथ मां शूलिनी पालकी में निकलीं. पालकी पुरानी कचहरी पहुंची. पालकी को माता के कल्याणे उठाकर चल रहे थे. पुरानी कचहरी के बाद शोभायात्रा चौक बाजार पहुंची. यहां मंत्री डॉ. शांडिल और अन्य लोगों ने पालकी पर पुष्प वर्षा की.
अप्पर और गंज बाजार होते हुए माता की पालकी पहले ठहराव पर पुराने बस स्टैंड में पहुंची. यहां हजारों लोगों ने माता का आशीर्वाद लिया. इसके बाद पुराने उपायुक्त चौक आने बाद माता की पालकी वापस गंज बाजार की ओर निकली. माता की पालकी रात को करीब 11 बजे गंज बाजार स्थित अपनी बहन के पास पहुंचेंगी. यहां माता तीन दिन रुकने के बाद रविवार को माता वापस मंदिर चली जाएंगी.
ये बोले मुख्यातिथि: इस दौरान प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने लोगों को राज्य स्तरीय शूलिनी मेले क बधाई दी और कहा कि मेले हमारी पुरातन संस्कृति को संजोए हैं. ऐसे में इन मेलों को धूमधाम के साथ मनाया जाना चाहिए. वहीं, CPS संजय अवस्थी ने कहा कि प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार प्राचीन संस्कृति को संजोए रखने के लिए भी कार्य कर रही है और मेले इसमें अहम भूमिका निभाते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार संस्कृति को संजोए रखने और आने वाली पीढ़ी को उसके बारे में बताने के लिए कार्य कर रही है.