सोलन:हिमाचल प्रदेश में अब मौसम साफ होने के साथ-साथ जनजीवन पटरी पर लौटने लगा है. एनएच बहाल होने का कार्य जारी है. वहीं, विश्व धरोहर कालका शिमला रेलवे ट्रैक भी अब धीरे धीरे बहाल होने लगा है. जुलाई और अगस्त माह में हुई भयानक बारिश से सड़कों के साथ साथ रेलवे ट्रैक भी पूरी तरह से प्रभावित हुआ है. फिलहाल रेलवे ट्रैक कालका से कोटी रेलवे स्टेशन तक बहाल हुआ है, जहां से स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए रेल सेवा बहाल कर दी गई है.
बारिश के कारण जुलाई और अगस्त माह में रेलवे ट्रैक कई बार बाधित हुआ. हालांकि जुलाई माह में रेलवे ट्रैक को सोलन से शिमला तक बहाल किया गया, लेकिन अगस्त महीने में हुई भयानक बारिश ने रेलवे ट्रैक को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाया और इतिहास में पहली बार रेलवे ट्रैक बंद रहा, लेकिन ऐसा देखने में पहली बार मिला है कि विश्व धरोहर कालका शिमला रेलवे ट्रैक इतने समय तक बंद रहा हो.
बारिश के कारण कालका से लेकर शिमला रेलवे तक जगह जगह ट्रैक पर मलबा आया है और कई जगह पर ट्रैक के नीचे की जमीन ही गायब हो गई है. पटरियां हवा में लटक रही हैं और पटरी के नीचे लगे डंगे भरभरा कर गिर चुके हैं, लेकिन अब इसे रिस्टोर करने का काम शुरू हो चुका है. कालका से लेकर सोलन तक 5 ऐसे पॉइंट हैं जहां डंगा लगाने और ट्रैक को बहाल करने का काम चला हुआ है. वहीं, सोलन से शिमला के ट्रैक में भी 5 ऐसे मेजर पॉइंट है जहां पर युद्धस्तर पर ट्रैक को बहाल करने का काम चला हुआ है.
10 दिनों के भीतर सोलन तक पहुंच जाएगी रेल सेवा:बीते दिनों हुई भारी बारिश के कारण शिमला में समरहिल और जतोग स्टेशनों के बीच स्थित रेलवे लाइन का एक हिस्सा भारी भूस्खलन में बह गया था. जिस कारण रेलवे ट्रैक का एक हिस्सा हवा में लटका हुआ है, जो अब बचा है. फिलहाल अब कालका से लेकर कोटी रेलवे स्टेशन तक ट्रैक पूरी तरह बहाल है. वहां पर रेल सेवा अब शुरू हो चुकी है. वहीं, अगले 10 दिनों के भीतर सोलन तक रेल सेवा पहुंचने की उम्मीद रेलवे अधिकारियों ने जताई है.