सोलनः केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सचिव सीके मिश्रा ने देश के 128 वर्ष पुराने संस्थान बीएसआई को नौणी विश्विद्यालय को अध्ययन केंद्र समर्पित किया. नौणी विश्विद्यालय का अध्ययन केंद्र 6.6 एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा. इससे हिमाचल, जम्मू-कश्मीर और अन्य कई क्षेत्रों में विलुप्त हो रही पौधों की प्रजातियों का संरक्षण किया जा सकेगा.
देश के लगभग 128 वर्ष पुराने संस्थान बॉटेनिकल सर्वे ऑफ इंडिया (कोलकाता) के विशेषज्ञों ने गत वर्ष सोलन और आसपास के क्षेत्र का भ्रमण किया था. जिसके बाद डॉ. वाईएस परमार विश्वविद्यालय नौणी परिसर में क्षेत्रीय केंद्र खोलने के लिए हामी भरी थी.
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सचिव सीके मिश्रा ने कहा कि नौणी विश्विद्यालय हॉर्टिकल्चर और फॉरेस्ट्री के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य पूरे भारत में कर रहा है. वहीं, नौणी विश्विद्यालय कहीं न कहीं केंद्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के साथ भी जुड़ा है.
उन्होंने कहा कि शोध केंद्र के खुलने से नौणी विश्वविद्यालय के साथ मिलकर वनस्पतियों के क्षेत्र में अच्छा कार्य किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हिमाचल के जेडएसआई और बीएसआई दो केद्रों का निरीक्षण भी किया. हिमाचल में ऐसे केंद्रों का होना बहुत महत्वपूर्ण है.