सोलन: प्रदेश में रोजाना कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं. जिले में आंकड़ा 200 पार पहुंच चुका है, लेकिन प्रशासन कोरोना से निपटने के कोई खास कदम नहीं उठा रहा. फल एवं सब्जी मंडी में प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही हो रही है. दूसरे राज्यों से आढ़ती और मजदूरों का भी सेब सीजन को लेकर आगमन शुरू हो चुका हैं. लगातार कोरोना संक्रमण के मामलों के बाद भी जिला और मंडी प्रशासन सजग नजर नहीं आ रहा है. फल मंडी में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में खाने पीने सहित शौचालय तक की उचित व्यवस्था तक नहीं की गई.
सब्जी मंडी में टीन के ढारे और तिरपाल से क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है, जहां कोई व्यक्ति नजर रखने वाला नहीं. ऐसे में यह लापरवाही पूरे शहर के लिए भारी पड़ सकती है. इन दिनो मंडी में टमाटर और लहसुन का सीजन पीक पर है. सोलन में अस्थायी फल मंडी में भी जल्द ही सेब सीजन शुरू होने वाला है. मजदूरों को प्रशासन ने फल मंडी के पीछे बने अस्थायी शेडों में ही क्वारंटाइन कर दिया. ऐसे में अगर बाहर से आने वाला कोई एक भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया जाता है, तो सब्जी मंडी में होने वाला सारा व्यापार कोरोना की भेंट चढ़ जाएगा.
जिस स्थान पर मजदूरों को क्वारंटाइन किया गया है ,वहां शौचालय और पानी की सुविधा सही ढंग से नहीं की गई. ज्यादातर शौचालय में ताले लटके हुए हैं. सेब सीजन के लिए आये लोगों का कहना है कि बाहर से आये लोगों को क्वारंटाइन किया जा रहा वह गलत है. जहां क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया वहां न तो कोई व्यक्ति उन लोगों की सुध ले रहा और न ही लोगों को इस बारे में कोई जानकारी है कि जहां सब्जी मंडी के किनारे क्वारंटाइन सेंटर हैं