सोलन:कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने अब देश में 3 मई तक की लॉकडाउन की घोषणा की है. इसके बाद से एहतियात के तौर पर प्रदेश के कई इलाकों में लॉकडाउन के लिए लोग आगे आकर पहरा कर रहे हैं. अगर गांव की बात जाए तो कोरोना वायरस को लेकर हर जगह गांव के युवा आगे आकर गांव के प्रवेश द्वार पर पहरा दे रहे है. ताकि बाहर से आने जाने लोगो पर नजर रखी जा सके.
ऐसी ही एक और अनूठी पहल जिले के अर्की के मनलोक कला युवक मंडल ने शुरू की. कोरोना को रोकने के लिए गांव में युवाओं ने पहरा लगाना शुरू कर दिया है. लोगों के प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है. हर आने जाने वाले पैदल व्यक्ति या वाहन पर कड़ी नजर रखी जा रही है. युवक मंडल के सदस्यों ने बताया कि वैश्विक महामारी के चलते नाका लगाकर बाहरी क्षेत्र से आने वाले सभी राहगीर की सही से जांच पड़ताल कर रहे हैं.
युवक मंडल सहित अन्य आसपास के युवक रात को 11 बजे तक नाके पर तैनात रहते हैं. जिसके लिए सभी युवकों ने बारी-बारी तीन घंटे की शिफ्ट में यह काम कर रहे हैं. यह नाका गांव की दोनों तरफ मनलोक कलां मुख्यद्वार और ऊखू (जयनगर) क्षेत्र की ओर जाने वाले गंभर पुल पर लगाया गया है. इस कार्य के लिए पंचायत प्रधान से अनुमति ली गई है. उन्होंने कहा कि आज देश सहित प्रदेश में कोरोना वायरस अपने पैर पसार रहा है जिसके लिए इसके बचने को लेकर जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है.बता दें कि गांव वालों ने बाहर निकलने वाले सभी रास्तों पर बांस की बैरिकेडिंग की है, वहीं सड़कों पर ड्रम लगाकर और उसके पास चेतावनी लगाई है जिस पर साफ तौर पर संदेश लिखा हुआ है कि 'अर्की' में बाहरी व्यक्ति का आना मना है.
साथ ही बाहर के इलाके से आने वाले किसी भी व्यक्ति को गांव में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. गांव के किसी भी निवासी को गांव नहीं छोड़कर जाने का आदेश भी दिया गया है. स्थानीय लोगों को मानना है कि ऐसा करने से वह कोरोना के प्रसार को गांव में आने से रोक पाएंगे.
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