सोलन:हिमाचल विधानसभा चुनाव (Himachal election 2022) अब अपने अंतिम चरण में हैं. मतदान हो चुका है और मतगणना 8 नवंबर को होनी है. इस बार का चुनाव पहले के विधानसभा चुनावों से काफी मायनों में अलग है. क्योंकि इस बार न तो कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह चुनावी मैदान में हैं और न ही भाजपा के दिग्गज नेता प्रेम कुमार धूमल और शांता कुमार. इन तीनों ही नेताओं के बिना इस बार का विधानसभा चुनाव हुआ है. बात अगर सोलन जिले की करें तो साल 2007 से लेकर साल 2017 तक हुए विधानसभा चुनाव में लगातार भाजपा की जीत का ग्राफ गिरा (solan assembly constituency) है.
2007 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जिले की पांचों सीटों पर जीत दर्ज की थी. अर्की से गोबिंद सिंह, दून से विनोद कुमारी, नालागढ़ से हरिनारायण सिंह, कसौली से राजीव सैजल और सोलन से राजीव बिंदल ने चुनाव जीता था. इसी तरह साल 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा का जीत का ग्राफ गिरा और भाजपा को सिर्फ 3 सीटों पर ही जीत मिली. जहां अर्की से भाजपा के गोबिंद शर्मा, दून से कांग्रेस के रामकुमार, नालागढ़ से भाजपा के केएल ठाकुर, सोलन से कांग्रेस के धनीराम शांडिल और कसौली से भाजपा के राजीव सैजल ने जीत दर्ज की थी.