बद्दी:औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में उद्योगपतियों की लापरवाही अरबों के कारखानों को राख के ढेर में तब्दील कर रही है. हालात यह है कि भारी निवेश कर उद्योग तो स्थापित कर लिए, लेकिन उनमें अग्निकांड से बचने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए.
जब आगजनी की कोई घटना सामने आती है तो उद्योगों में स्थिति विस्फोटक बन जाती है. वहीं, शुक्रवार को बद्दी में आई ऑन फार्मा उद्योग में घटी आगजनी की इस घटना के दौरान भी इंतजामों की पोल खुल गई. उद्योग में अग्निकांड से निपटने के इंतजाम नाकाफी थे, हालात यह थे कि उक्त उद्योग में न तो सुरक्षा नियमों का पालन किया जा रहा था और ना ही कंपनी में आपात स्थिति में बाहर निकलने के लिए कोई निकासी की व्यवस्था थी.
बता दें कि आगजनी के दौरान एक उद्योगकर्मी भी उद्योग की तीसरी मंजिल में फंस गया था. जिसे छत से रस्सियों के जरिए उतारा गया. पुलिस ने इस मामले में उद्योग प्रबंधन के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
वहीं, बीबीएन में ऐसे कई उद्योग हैं, जिनमें या तो अग्निकांड से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं होते हैं या फिर कागजों तक ही सीमित हैं. कई उद्योग तो ऐसे हैं, जिन्होंने दमकल विभाग से एनओसी लेना उचित नहीं समझा.
बता दें कि बीबीएन में 2200 सौ से ज्यादा उद्योग हैं, लेकिन एनओसी मात्र 70 प्रतिशत उद्योगों के पास है. अग्निशमन विभाग चाह कर भी इन लापरवाह उद्योगों पर कोई शिकंजा नहीं कस सकत है. विभाग सिर्फ उद्योग और अन्य किसी भी संस्था के भवन का निरीक्षण ही कर सकता है. वह भी संस्थान के बुलाने पर, यदि कहीं अवहेलना हो रही हो तो विभाग सिर्फ उन्हें हिदायतें और सुझाव दे सकता है.
पुलिस थाना बद्दी में फायर अधिकारी बद्दी के बयान के आधार पर कंपनी प्रबंधन के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. दरअसल कंपनी में नेशनल बिल्डिंग केयर के सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया. कंपनी में आपात स्थिति में बाहर निकलने के लिए कोई एग्जिट डोर भी नहीं था. कंपनी में आने जाने के लिए केवल एक ही रास्ता था. मामले पर जानकारी देते हुए डीएसपी अजय कुमार ने बताया कि पुलिस ने कंपनी प्रबंधन के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज किया है.
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