सोलन:हिमाचल प्रदेश में बारिश से अब तक 8000 करोड़ का नुकसान प्रदेश को हुआ है. प्रदेश सरकार हिमाचल प्रदेश की स्थिति को सुधारने का प्रयास कर रही है. बुधवार सुबह से चंडीगढ़ शिमला एनएच पांच चक्की मोड़ के पास करीब 70 मीटर टूटा पड़ा है. जिसे सुधारने का प्रयास एनएच प्रशासन द्वारा किया जा रहा है. एनएच पांच बंद है इसको लेकर वैकल्पिक मार्ग का इस्तेमाल करने की सलाह पुलिस प्रशासन द्वारा लोगों को दी गई है, लेकिन संपर्क मार्गों पर भी लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण ट्रैफिक जाम जैसे समस्या बनी हुई है और पुलिस प्रशासन द्वारा की आशंका जताई जा रही है कि शनिवार शाम तक शायद लाइट व्हीकल के लिए एनएच खुल जाए, लेकिन जिस तरह से एनएच पांच पर स्थिति बनी हुई है. उससे निपटने के लिए प्रशासन भी नाकाम दिख रहा है, क्योंकि आगे अगर एनएच प्रशासन की टीम जेसीबी की मदद से रोड खुल रही है तो पीछे से भूस्खलन हो रहा है और रोड बंद हो रहा है.
'चंडीगढ़-शिमला रोड कनेक्टिविटी को जल्द सुचारू करना पहला काम, रिस्टोरेशन कार्य प्रगति पर': शनिवार को एनएचआई के रीजनल ऑफिसर अब्दुल बासित ने भी चक्की मोड़ के पास हुए भूस्खलन और रोड डैमेज का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि इसको लेकर नई ड्राइंग तैयार की जाएगी और नए तरीके से यहां पर फोरलेन का निर्माण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सबसे पहला काम रोड को खोलना है, ताकि कनेक्टिविटी सुचारू रूप से चंडीगढ़ शिमला के बीच हो सके. अब्दुल बासित ने कहा कि सोमवार शाम तक का रोड खोलने टारगेट है कि यहां पर छोटे वाहनों के लिए रोड को खोल दिया जाए.
'मलबा हटा तो रहे, लेकिन बार बार हो रहा भूस्खलन': एनएचआई के रीजनल ऑफिसर अब्दुल बासित ने कहा कि उनके अधिकारी यहां पर लगातार काम कर रहे हैं समाधान यही है कि यहां पर मलबा हटाकर काम किया जाए लेकिन कई बार पत्थरों की जगह मिट्टी के बड़े-बड़े पहाड़ एकदम से नीचे आ रहे हैं जिस कारण कार्य करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है वहीं दूसरी तरफ बारिश के लगातार होने से भी काम प्रभावित हो रहा है उन्होंने कहा कि जहां पर मलबे से रोड बंद होने की स्थिति चक्की मोड़ के पास बनी हुई है उसके ऊपर रेलवे लाइन है ऐसे में इसको लेकर रेलवे डिपार्टमेंट के साथ बैठक की जाएगी और उन्हें भी स्थिति के बारे में अवगत करवाया जाएग