सोलन: यशवंत सिंह परमार औद्योगिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी में गुरुवार को 10वां दीक्षांत समारोह पांल आयोजित किया गया. इस दीक्षांत समारोह में विवि के तीन महाविद्यालय-बागबानी और वानिकी महाविद्यालय और औद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय के छात्रों को डिग्री प्रदान की गई, जिसमें बीएससी, एमएससी, बीटेक बायोटेक्नोलॉजी और पीएचडी की कुल 1104 डिग्रियां प्रदान की गई.
दीक्षांत समारोह के दौरान 22 स्वर्ण पदक और 458 सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट भी प्रदान किए गए. विद्यार्थियों को यह सम्मान हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय द्वारा दिया गया. राज्यपाल हिमाचल प्रदेश बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि किसी भी विश्विद्यालय के लिए दीक्षांत समारोह एक यादगार क्षण की तरह होता है,जो कि भविष्य में और प्रगति करने और विश्विद्यालय के विशेष योगदान का स्मरण करवाता रहता है.
राज्यपाल ने कहा कि छात्रों से उन्हें भविष्य में बहुत सी उम्मीद है क्योंकि वो देश के पहले और हिमाचल प्रदेश के एकमात्र विश्वविद्यालय से पढ़कर निकले है. उन्होंने कहा कि भविष्य में सरकारी नौकरी मिलना बहुत मुश्किल है. उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह करते हुए कहा कि वे नौकरी के पीछे भागने की बजाय उद्यमिता की ओर आगे जाएं.
राज्यपाल ने कहा कि वे अपने ज्ञान और कौशल का प्रयोग करते हुए अन्यों को भी रोजगार उपलब्ध करवा सकते हैं उन्होंने कहा कि आज के दौर में सबसे बड़ा विषय है ग्रामीण आर्थिकी को मजबूत करना. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जो वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का जो सपना है उसे वैज्ञानिकों और विद्यार्थियों और विश्विद्यालय के अथक प्रयासों से ही सफल हो सकता है.