सोलन: कोविड-19 के कारण प्रदेशभर में लगे कर्फ्यू के बीच ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के रुके कार्य शुरू हो गए हैं. अभी तक जिला सोलन के पांचों विकास खंडों में 720 काम शुरू किए गए हैं. इसमें करीब 4,954 मनरेगा कामगारों को रोजगार भी मिल रहा है. इसमें करीब आठ करोड़ की लागत से टैंक, सड़क, डंगें लगाने सहित अन्य विकास कार्य किए जा रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक जिला प्रशासन सोलन ने 20 अप्रैल से विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे कार्यों को अनुमति प्रदान कर शुरू किया है जो न केवल आर्थिक मजबूती के लिए आवश्यक हैं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की आजीविका का सहारा भी हैं. इसमें भूमि विकास, व्यक्तिगत डंगों और जल संरक्षण निर्माण कार्यों की अनुमति दी गई है.
- इन विकास खंडों में यह कार्य शुरू
जिला के विकास खंड धर्मपुर में 1.93 करोड़ रुपये के 177 कार्य शुरू किए गए हैं. इसमें 1 हजार 153 व्यक्तियों लोग कार्य कर रहे हैं. कंडाघाट विकास खंड में 100 कार्य में 720 व्यक्तियों को लाभ पहुंचाया गया है. इन कार्यों पर लगभग 67 लाख रुपये खर्च हुए हैं. विकास खंड कुनिहार में करीब दो करोड़ रुपये व्यय कर 191 कार्य शुरू किए गए हैं. इन कार्यों के माध्यम से 779 व्यक्ति लाभ मिल रहा है.
नालागढ़ विकास खंड में 113 कार्य शुरू कर एक हजार व्यक्तियों को निर्धारित अवधि का रोजगार उपलब्ध करवाया है. इन कार्यों पर लगभग 98 लाख रुपये व्यय हुए हैं. सोलन विकास खंड में 2.43 करोड़ रुपये व्यय कर 1 हजार 302 व्यक्तियों को लाभ दिया गया है. यहां 137 कार्य शुरू हुए हैं.
- सोशल डिस्टेंसिंग का रखा जा रहा पूरा ध्यान
कोविड-19 के दृष्टिगत सभी निर्माण कार्यों में सुरक्षा उपायों को अनिवार्य रूप से लागू किया जा रहा है. ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत सभी व्यक्ति अपने-अपने वार्ड में ही कार्य कर रहे हैं. खंड विकास अधिकारी यह सुनिश्चित बना रहे हैं कि काम करने वाले सभी व्यक्ति कोरोना वायरस के खतरे के दृष्टिगत जारी निर्देशों से परिचत हों एवं इनकी अनुपालना सुनिश्चित बनाएं. सभी कामगारों को सोशल डिस्टेंसिंग का महत्व समझाया गया है. उन्हें बताया गया है कि काम करते समय कम से कम एक मीटर की दूरी बनाकर रखने से संक्रमण का खतरा काफी कम हो जाता है.
उपायुक्त सोलन केसी चमन ने इस सम्बन्ध में कहा कि प्रदेश सरकार के निर्देश पर सोलन जिला में मनरेगा के तहत काम शुरू कर अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिला में मनरेगा के तहत लगभग 120 करोड़ रुपये के 18 हजार से अधिक निर्माण कार्यों की अनुमति दी गई है. मनरेगा के तहत किए जा रहे विभिन्न कार्य जहां ग्राम स्तर पर विकास की नींव को मजबूत कर रहे हैं, वहीं कोरोना वायरस के खतरे के मध्य व्यक्तिगत स्तर पर लाभ पहुंचाकर लोगों की आजीविका को सुनिश्चित भी बना रहे हैं.
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