सोलन: कुमारहट्टी हादसे की मजिस्ट्रेट जांच पूरी हो गई है. सोलन एसडीएम ने डीसी को करीब 55 पन्नों की जांच रिपोर्ट सौंप दी है. हालांकि प्रशासन ने इसे सार्वजनिक नहीं किया है.
डीसी ने मंगलवार को सरकार को बंद लिफाफे में रिपोर्ट सौंप दी है. मैजिस्ट्रेट जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. ये 4 मंजिला भवन अनडिजाइंड था. यही सबसे बड़ा हादसे का कारण बना. इस भवन में वैली की तरह सैप्टिक टैंक बना हुआ था, जो आधा भवन के पिल्लर के नीचे था और आधा बाहर को था. जांच में इसे डी 3 क्लास दी गई.
जांच के दौरान वहां पर खुदाई करने पर पाया गया कि सैप्टिक टैंक में भी लगातार रिसाव हो रहा था. इस ओर कभी ध्यान नहीं दिया गया. इसके अलावा इस 4 मंजिला भवन का ड्रेनेज सिस्टम भी खराब था. नींव में ही पानी का रिसाव हो रहा था. ये क्षेत्र टीसीपी में न होने के कारण भवन मालिक ने भवन का निर्माण करने से पूर्व स्ट्रक्चर इंजीनियर से मिट्टी की भार क्षमता की जांच नहीं करवाई. जिस जगह पर इस भवन का निर्माण हुआ है, उसकी मिट्टी की क्षमता 4 मंजिला भवन का भार उठाने की नहीं थी.