सोलनः मॉल रोड सोलन पर पानी की पाइप से लीकेज हो रही है. ठंड के दिनों में ये पानी की लीकेज बर्फ बनकर सड़क पर चलने वाले वाहनों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है, वहीं पानी की लीकेज से शहर में पानी की कमी भी हो सकती है.
पानी की लीकेज को रोकने के लिए लगाए गए ईंटों के टुकड़े कहीं न कहीं दोपहिया वाहनों के लिए दुर्घटना का कारण भी बन सकती है. हालांकि इस समस्या को लेकर 2 विभागों की जवाबदेही बनती है, पानी की लीकेज को सुधारने का काम सोलन एमसी का है, वहीं सड़क को ठीक करने का काम पीडब्ल्यूडी विभाग का है, लेकिन सड़क पर ईंटें लगाकर पीडब्ल्यूडी विभाग ने पल्ला झाड़ लिया है.
एमसी को पत्र लिखकर करवाया गया है अवगत
मॉल रोड पर लगी ईंटों को लेकर पीडब्ल्यूडी विभाग के एक्सईएन अरविंद शर्मा का कहना है कि सड़क के नीचे एमसी की ओर से बिछाई गई पानी की पाइप से लीकेज हो रही है, जिसे ठीक करने के लिए एमसी को पत्र लिखकर भी अवगत करवाया गया है. उन्होंने कहा कि जबतक सही तरीके से पानी की पाइप सही ढंग से ठीक नहीं होती तब तक रोड को सही तरीके से रिपेयर करना विभाग के लिए मुश्किल है. उन्होंने कहा कि जैसे ही एमसी इस पर कार्य करती है रोड को दरुस्त कर दिया जाएगा.
15-20 साल पुरानी है पाइप लाइन
वहीं इस बारे में एमसी के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने माना कि गलती एमसी की है. एमसी के एसडीओ गोपी सिंह का कहना है कि एमसी के ध्यान में ये मामला है कि मॉल रोड सोलन में पानी की पाइप बहुत पुरानी है जिस कारण रोड़ पर चलते वाहनों से ये पाइप टूट जाती है. उन्होंने बताया कि पानी की पाइप 15-20 साल पुरानी है जिस कारण बार बार पाइप टूटने के मामले सामने आते हैं. लीकेज को रोकने के लिए ईंटों के टुकड़े लगाए गए थे. उन्होंने बताया कि एमसी जल्द ही इस पर कार्य कर इसे ठीक कर देगी.
बहरहाल पीडब्ल्यूडी और एमसी दोनों ही जल्द ही इस काम को पूरा करने की बात कह रहे है, लेकिन कार्य को गति न देने से मॉल रोड पर लगाए गए ईंटों के टुकड़े वाहन चालकों के लिए खतरा बन सकते हैं.