कसौली/सोलनःकालका-शिमला नेशनल हाईवे 5 पर परवाणू से सोलन के बीच सफर फिर जोखिम भरा हो गया है. बीते दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण पहाड़ों से मलबा व पत्थर गिर रहा है. इस कारण हाईवे से गुजर रहे वाहनों को परेशानी झेलनी पड़ रही है.
रविवार को भी देर शाम बारिश हुई बारिश के कारण भी कई जगहों पर पत्थर गिरने के मामले सामने आए हैं. उधर, बीते शुक्रवार को जिला में हुई मूसलाधार बारिश व ओलावृष्टि के कारण कुमारहट्टी से धर्मपुर के बीच बड़े-बड़े पत्थर गिरे. हालांकि, इन पत्थरों को शनिवार सुबह ही फोरलेन निर्माता कंपनी द्वारा सड़क से हटा दिया गया, लेकिन रविवार को फिर एक-दो जगह पहाड़ों से पत्थर सड़क पर आए है.
बता दें कि बीते 4 दिनों से लगातार बारिश का सिलसिला जारी है. बीते शुक्रवार देर शाम जिला के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश हुई. इस कारण कालका-शिमला नेशनल हाईवे 5 पर परवाणू से सोलन (चम्बाघाट) के बीच कई जगहों पर पहाड़ों से मलबा सड़क पर आया है. अधिकतर पत्थर व मलबा कुमारहट्टी से धर्मपुर के बीच गिरे है. कुमारहट्टी के पास बारिश में एक विशालकाय पत्थर भी अचानक सड़क पर गिर गया.
इस दौरान गनीमत यह रही कि कोई वाहन भी हाईवे से नहीं गुजर रहा था. इस कारण देर शाम यहां से सड़क को दूसरी लेन में डायवर्ट भी किया था. शनिवार को भी क्षेत्र में बारिश हुई है, लेकिन इस दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आई है और रविवार देर शाम फिर मूसलाधार बारिश व ओलावृष्टि जिला सोलन के कई हिस्सों में हुई.
गौरतलब हो कि कालका-शिमला नेशनल हाईवे 5 के पहले चरण में फोरलेन का कार्य लगभग 90 फीसदी पूरा ही गया है, लेकिन बारिश में पहाड़ों के दरकने के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में बरसात के मौसम में क्या हालत होंगे इसका अनुमान भी यही से लगाया जा सकता है.