कसौली: विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर ढाई माह बाद आज से रेलगाड़ियों का संचालन शुरू होगा. इसके लिए रेल मंडल अंबाला की ओर समय सारणी जारी कर दी गई है. 3 अक्तूबर से 5 अक्टूबर तक पहले चरण में चार रेल गाड़ियां कालका से शिमला और शिमला से कालका के लिए चलेगी. इसके बाद अंबाला मंडल की ओर से सभी रेलगाड़ी के संचालन के लिए आदेश जारी किए जाएंगे. बहरहाल, अभी चार ट्रेनों का संचालन करने की मंजूरी दी गई है. अभी तक सभी रेलगाड़ियां कालका से तारा देवी रेलवे स्टेशन तक किया जा रहा था.
गौरतलब है कि जुलाई माह में हुई बारिश के बाद कालका-शिमला विश्व धरोहर रेलवे ट्रैक पूरी तरह से बाधित हो गया था. इसके बाद ट्रैक पर सभी रेलगाड़ियों का संचालन बंद कर दिया गया था. 15 जुलाई से बारिश का सिलसिला थमने के बाद सोलन से शिमला के लिए एक ट्रेन चलाई गई, लेकिन अगस्त माह में हुई मूसलाधार बारिश के बाद ट्रैक फिर से क्षतिग्रस्त हो गया.
तारा देवी से शिमला के बीच ट्रैक को काफी नुकसान हुआ और समरहिल रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक हवा में लटक गया. इसके बाद सोलन से शिमला के बीच भी चल रही एक ट्रेन बंद हो गई. बारिश पूरी तरह बंद होने के बाद रेलवे बोर्ड ने ट्रैक को चरणबद्ध तरीके से ठीक करने की योजना तैयार की. इस योजना के मुताबिक तीन चरण में रेलवे ट्रैक को ठीक किया गया.
352 स्थानों पर हुआ नुकसान: अधिक बारिश और कालका-शिमला हेरिटेज सेक्शन पर भूस्खलन के कारण 352 स्थानों पर रेलवे ट्रैक अव्यवस्थित हो गया था. समरहिल में ब्रिज मरम्मत नवीनतम तकनीक से की गई. जिसमें 20 मीटर के स्टील गर्डर बनाए गए। डीआरएम मनदीप सिंह भाटिया के मार्गदर्शन में मरम्मत कार्य युद्ध स्तर पर किया गया.
देर रात चला इंजन:2 अक्तूबर को रात शिमला से जतोग तक इंजन चलाया गया. जिसके बाद ट्रैक को फिटनेस दी गई. इसके बाद सुबह पहले इंजन चलाया गया. इसके बाद एक विशेष ट्रेन ZDM3 705 को कालका की ओर भेजा गया. यह ट्रायल सफल रहा. इसके बाद कालका से शिमला की ओर एक ट्रेन भेजी गई.
ट्रेनों का टाइम टेबल