योगेश शर्मा, ETV BHARAT संवाददाता सोलन: हिमाचल प्रदेश में पिछले दिनों हुई मूसलाधार बारिश की वजह से अभी तक प्रदेश में जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित है. कई मुख्य मार्ग बंद हैं तो गांव को जोड़ने वाले सम्पर्क मार्गों का बादल फटने या भूस्खलन होने की वजह से बुरा हाल हुआ है. कालका शिमला NH-5 भी इस दौरान हुई बारिश से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. परवाणू के दतियार में अभी तक फोरलेन सही नहीं हो पाया है. हालांकि यहां पर प्रशासन लगातार पहाड़ी से आ रहे मलबे को हटाकर ट्रैफिक को खुलवाने का काम कर रहा है, लेकिन मुसीबत अभी टली नहीं है.
परवाणू से लेकर कैथलीघाट तक पहले बारिश से जहां सड़क पर मलबा आया है. वहीं, अब धूप लगी होने के कारण पहाड़ दरकने शुरू हो गए हैं. एहतियात के तौर पर पुलिस प्रशासन द्वारा ट्रैफिक को वन वे किया गया है, क्योंकि अभी भी पहाड़ी से भूस्खलन होने का खतरा बना हुआ है. पहाड़ी से गिरे विशालकाय पत्थरों से फोरलेन में जगह-जगह दरारें आ चुकी हैं तो कहीं और डंगे ही भरभरा कर जमींदोज हो गए हैं.
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गुरुवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने भी सोलन में एनएच पर गिरे मलबे और डंगे के गिरने का जायजा लिया, क्योंकि इस दौरान ग्रामीणों के कई सम्पर्क मार्ग बंद हो गए हैं. स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने कहा कि फोरलेन की बेतरतीब कटिंग की वजह से आज कई सम्पर्क मार्ग बंद हैं और कई भवनों को नुकसान पहुंचा है.
कालका शिमला NH-5 का जायजा लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल. स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने कहा कि ऐसा देखने में आया है कि बेहतर तरीके से फोरलेन का निर्माण नहीं हुआ है, हर जगह पर ग्रामीण फोरलेन निर्माण कर रही कंपनी पर सवाल उठा रहे हैं और अब ये जांच का विषय बनता जा रहा है कि आखिर क्यों इसकी ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने मौके पर पहुंचे फोरलेन अधिकारियों से बातचीत कर उन्हें जल्द लोगों को राहत पहुंचाने और फोरलेन को सुचारू रूप से चलाने के लिए नए सिरे से इसे बनाने के निर्देश दिए हैं.
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