सोलन:देशभर में लाल हुए टमाटर के भाव इतने ज्यादा बढ़ गए थे कि हर खाने की प्लेट से गायब होता नजर आ रहा था, लेकिन एक बार फिर से टमाटर के दाम गिरने शुरू हो गए हैं. हिमाचल की सब्जी मंडियों में भी अब लगातार टमाटर के दाम गिरते जा रहे हैं. बेंगलुरु, नासिक और औरंगाबाद का टमाटर देश भर की बड़ी मंडियों में अब पहुंचना शुरू हो चुका है, जिसकी क्वालिटी काफी बेहतर है. सब्जी मंडी सोलन में बीते दिनों किसानों को टमाटर के दाम ₹5000 प्रति क्रेट मिले, लेकिन अब वही दाम 1 सप्ताह के बाद घटकर ₹500 से ₹1000 तक रह चुके हैं.
हिमाचल में बिगड़ा टमाटर का गणित:हिमाचल में बारिश होने के बाद टमाटर की क्वालिटी पूरी तरह से खराब हो चुकी है. देश भर की बड़ी मंडियों को टमाटर की सप्लाई अब सोलन सब्जी मंडी से नहीं हो रही है, क्योंकि अब बाहरी राज्यों की मंडियों में नासिक, बेंगलुरु और औरंगाबाद का टमाटर पहुंचना शुरू हो चुका है. बताया जा रहा है कि वहां का टमाटर बढ़िया और बेहतर क्वालिटी का है, जिसे खरीदने में कारोबारी भी आगे आ रहे हैं.
सोलन में गिरे पहाड़ी टमाटर के दाम:सब्जी मंडी सोलन में पिछले तीन-चार दिनों से लगातार टमाटर के दाम ₹1000 प्रति क्रेट तक ही सीमित हो चुके हैं. वहीं, रविवार को सब्जी मंडी सोलन में टमाटर ₹200 प्रति ग्रेट से साडे ₹950 प्रति क्रेट तक बिका है. जिसका मुख्य कारण टमाटर की क्वालिटी का गिरना और बाहरी राज्यों में डिमांड का कम होना है.
बाहरी राज्यों में कम हुई टमाटर की डिमांड: सब्जी मंडी सोलन में टमाटर का व्यापार करने वाले आढ़ती किशोर कुमार और अरुण परिहार ने बताया कि जहां टमाटर सीजन उफान पर होने से किसानों को प्रति क्रेट टमाटर के दाम ₹5000 तक मिले थे. वहीं, अब यह दाम ₹1000 प्रति क्रेट तक आ पहुंचे हैं. आज सोलन सब्जी मंडी में किसानों को टमाटर के प्रति क्रेट दाम ₹200 से ₹950 तक मिले हैं. आगे भी अब इसी तरह दाम रहने वाले हैं, क्योंकि बाहरी राज्यों में हिमाचल के टमाटर की डिमांड कम हो चुकी है.