सोलन: हिमाचल सरकार प्रदेश में इन्वेस्टर्स मीट करवा कर निवेशकों को रिझाने में लगी हुई है. प्रधानमंत्री संग कई केंद्रीय मंत्री इन्वेस्टर मीट में शिरकत कर रहे हैं, लेकिन वाकनाघाट इंडस्ट्रियल एसोसिएशन ने इन्वेस्टर्स मीट को लेकर सवाल खड़े किए हैं.
एसोसिएशन के अध्यक्ष राम लाल गर्ग ने सोलन में प्रेस वार्ता की और वाकनाघाट में स्थित औद्योगिक नगरी की हकीकत से मीडिया को रू-ब-रू करवाया. उन्होंने बताया कि वह पिछले कई वर्षों से वाकनाघाट में औद्योगिक ईकाई चला रहे हैं.
यहां करीब 26 प्लॉट काटे गए थे, जिसमे से दो यूनिट अभी चल रहे हैं और अन्य का निर्माण कार्य अभी जारी है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर उन्हें कुछ नहीं मिला है. कई विभाग उन्हें विभिन्न तरह के नोटिस दे कर परेशान कर रहे हैं.
अध्यक्ष राम लाल गर्ग ने कहा कि एसोसिएशन प्रदेश सरकार के नकारात्मक रवैये से बेहद परेशान है. उन्होंने कहा कि उनके जो उद्योग वाकनाघाट में चल रहे हैं वहां, पानी, बिजली और सड़क नहीं है, जिसकी वजह से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में 300 करोड़ रुपये निवेश किया जा चुके हैं, लेकिन जो मूलभूत सुविधाएं सरकार की तरफ से दी जानी थी, वह अभी तक नहीं दी गई है. उद्योग कई वर्षों से लाखों का पानी और डीजल खरीद कर उद्योग चला रहे है.