सोलन: हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस का सीधा असर किसान व बागवानों की आजीविका पर पड़ रहा है. प्रदेश सरकार की ओर से सब्जी मंडियों को किसानों की सुविधा के लिए खोला गया हैं, लेकिन कोरोना वायरस की मार के कारण इस बार किसानों को अपनी फसलों के उचित दाम नहीं मिल पा रहे हैं. वहीं बाहरी राज्यों की बड़ी मंडियां बंद होने के कारण किसानों की फसल मंडी तक नहीं पहुंच पाई है.
वहीं सब्जी मंडी सोलन में ब्रोकली के बाद अब मटर और गोभी के दाम भी गिर गए हैं. किसानों की मेहनत पर भी कोरोना का सीधा असर पड़ रहा है. आलम यह है कि कोरोना से पिछले चार दिनों से दिल्ली की सबसे बड़ी सब्जी मंडी आजादपुर बंद हो गई है. हिमाचल की अधिकतर सब्जियां आजादपुर सब्जी मंडी में ही सप्लाई होती है. यहां सप्लाई रुकने के बाद मटर और गोभी के दामों में गिरावट आई है. इसमें 20 से 25 रुपये तक बिकने वाला मटर 10 से 15 रुपये और 20 से 25 रुपये बिकने वाली गोभी 8 से 10 रुपये तक पहुंच गई है. इसके चलते किसानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है.
सब्जी मंडी सोलन के सचिव रविंद्र शर्मा ने बताया कि कृषि उपज मंडी सोलन में मटर की खेप अधिक पहुंच रही है और सब्जी की सबसे ज्यादा खपत करने वाली आजादपुर मंडी बंद है. इससे यहां के लिए सब्जी की सप्लाई भी बंद हो गई है. इस कारण मटर सहित अन्य सब्जियों के दामों में गिरावट आई है. शनिवार को सब्जी मंडी में करीब 600 क्विंटल मटर की खेप पहुंची है. इसमें 10 से 20 तक ग्रेड के हिसाब से मटर की ब्रिकी हुई है.