शिमला: राजधानी शिमला में कांग्रेस का परचम लहराराने के बाद जिला परिषद शिमला की अध्यक्ष चन्द्रप्रभा और सुरेंद्र कुमार अपनी टीम के साथ कुठाड़ में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पास आशीर्वाद लेने पहुंची. वीरभद्र सिंह उन्हें अपने दरबार में देख बेहद खुश दिखे और उन्होंने विजेताओं को आशीर्वाद दे कर उन्हें बिना किसी भेदभाव के केवल जनता की भलाई करने के लिए प्रेरित किया.
चुनाव लड़ूंगा भी और जीतूंगा भी, लेकिन मुख्यमंत्री नहीं बनूंगा
जिला परिषद चुनाव में जीत से उत्साहित पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि आगामी 2022 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी सत्ता में वापस आएगी. वह जनता के आग्रह पर चुनाव तो लड़ेंगे लेकिन अब मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते हैं. प्रदेश में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री का अब कोई नया चेहरा होगा.
सुजान सिंह पठानिया के रूप में कांग्रेस ने खोया अनमोल हीरा
वहीं, वीरभद्र सिंह फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुजान सिंह पठानिया के निधन से गमगीन नजर आए. उन्होंने कहा की पठानिया जैसे ईमानदार व प्रदेश की जनता के लिए दिन रात काम करने वाले दिग्गज नेता को कांग्रेस पार्टी ने खो दिया है. जिसके कारण पूरे प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के दिलों पर चोट पहुंची है.
वीरभद्र सिंह वन मैन आर्मी
बता दें कि शुक्रवार को रोहडू विधायक मोहन सिंह बरागटा व पूर्व विधायक चौपाल डॉ. सुभाष मंगलेट के नेतृत्व में शिमला जिला परिषद की अध्यक्षा चंद्रप्रभा व उपाध्यक्ष सुरेंद्र रेगटा सहित अन्य जिप सदस्यों ने वीरभद्र के दरबार में हाजिरी लगाई. सभी ने अपनी जीत का श्रेय पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, विधायक शिमला ग्रामीण विक्रमादित्य सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर व रामपुर तहसील के लोगों को दिया.
जिप चैयरमैन चंद्रप्रभा नेगी ने कहा की पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह कांग्रेस में वनमैन आर्मी की तरह काम करते हैं. जिसके कारण प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को मजबूती मिल रही है. भाजपा ने उनके क्षेत्र में पूरी तरह से दबाव बनाने की राजनीति अपनाई, लेकिन इसके बावजूद भी कांग्रेस समर्थकों को तोड़ने में भाजपा नाकाम साबित रही.
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