सोलन:हिमाचल प्रदेश में पिछले 3 दिनों से लगातार बारिश का दौर जारी है. जिससे प्रदेशभर में जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. कई मुख्य और संपर्क मार्ग बंद पड़े हैं, जिन्हें खोलने का प्रयास किया जा रहा है. वही, लगातार हो रही बारिश के चलते नदी नाले उफान पर है. जिसके चलते पेयजल योजनाओं पर भी गहरा असर पड़ा है. बात सोलन की करें तो जिले में कई जगहों पर भूस्खलन के मामले सामने आए हैं. कहीं पर बादल फटने जैसे हालात बने हैं. बहरहाल जिला प्रशासन सोलन इन सब मामलों पर नजर बनाए हुए हैं. जिला प्रशासन ने लोगों से घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की है. वहीं, नदी नालों से भी दूर रहने को कहा गया है.
कालका-शिमला NH 5 बाधित: लगातार हो रही बारिश के चलते कालका-शिमला एनएच पांच पर लगातार भूस्खलन के मामले सामने आ रहे हैं. पहाड़ी से पत्थर गिरने का सिलसिला भी जारी है. सोमवार को दोपहर बाद कालका-शिमला एनएच पांच पर कोटी के नजदीक अचानक पानी का फ्लड आने की वजह से कालका शिमला एनएच पांच कई घंटों तक बाधित रहा. आज चक्कीमोड़ और दतियार में सड़क धंसने से कालका-शिमला NH 5 पर यातायात बंद है.
पहाड़ से मलबा आने से हाईवे बंद पर्यटन नगरी चायल में अश्वनी खड्ड ने लिया रौद्र रूप:पिछले 2 दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते हिमाचल प्रदेश में नदी नाले उफान पर है और अपना रौद्र रूप लेते जा रहे हैं पर्यटन नगरी चायल के साधुपुल में भी बहने वाली अश्वनी खड्ड ने रौद्र रूप ले लिया है जिसके चलते यहां पर प्रशासन अलर्ट हो चुका है। नदी किनारे क़ई होटल और रिसोर्ट खोले गए है ऐसे में नदी से दूर रहने की सलाह आम जन व पर्यटकों को दी गई है
कुनिहार-नालागढ़ सड़क मार्ग पर लैंडस्लाइड:लगातार हो रही बारिश के चलते भूस्खलन के मामले हिमाचल प्रदेश में सामने आ रहे हैं. जिला सोलन के कुनिहार नालागढ़ संपर्क मार्ग पर गम्भरपुल में एक बड़ा हादसा सामने आया. जहां पर भूस्खलन होने के चलते ट्रक और गाड़ी इसकी चपेट में आ गए हैं. फिलहाल जानमाल के नुकसान की कोई भी खबर अभी तक नहीं आई है.
सोलन में भूस्खलन से सड़कें बंद सोलन के परवाणू में बही गाड़ियां:हिमाचल प्रदेश के सोलन जिला के औद्योगिक क्षेत्र परवाणू में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. सेक्टर 4 में कई गाड़ियां बारिश के पानी में बहती हुई नजर आई. यहां पर लोग दहशत में है और लोग अपने घरों का बचाव करते भी नजर आ रहे है. ताकि पानी घर के अंदर न घुसे, लेकिन बहाव अधिक होने से घरों और उद्योगों में पानी घुस रहा है. बारिश का पानी अधिक होने से बादल फटने जैसे हालात परवाणू में बने है.
जलसैलाब में तिनके की तरह बही गांड़ियां सोलन के चेवा स्कूल के पास फटा बादल: बारिश के चलते सोलन के साथ लगते अश्वनी खड्ड में भूस्खलन का मामला सामने आया है. जहां से पर्यटन नगरी चायल और राजगढ़ को जोड़ने वाला संपर्क मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है. वही, बड़ोग के नजदीक चेवा स्कूल के पास बादल फटने का मामला सामने आया है. हालांकि, इसमें कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन लोगों के खेतों को नुकसान देखने को मिला है. लगातार लोगों हो रही बारिश के चलते जिला प्रशासन सोलन ने लोगो से बेवजह घरों से बाहर न निकलने की अपील की है. वहीं, नदी नालों से दूर रहने का आग्रह भी किया है.
सड़क, पुल और पेयजल योजना दुरुस्त करने की कवायद:सोलन जिला में बीते तीन दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण सड़कें और कई पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं. जल शक्ति विभाग की विभिन्न पेयजल एवं सिंचाई योजनाओं को भी भारी नुकसान पहुंचा है. प्रदेश विद्युत बोर्ड की विद्युत लाईनें और विद्युत केंद्र एवं उप केंद्र भी क्षतिग्रस्त हुए हैं. कृषि योग्य भूमि को नुकसान पहुंचने और अन्य कारणों से सोलन जिले में लगभग ₹77.50 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है. राजस्व विभाग नुकसान का आकलन कर रहा है. अतिरिक्त उपायुक्त सोलन अजय यादव ने बताया कि जिला में बीते तीन दिनों से हो रही भारी बारिश से जानमाल को भारी क्षति हुई है, नुकसान को कम करने के लिए एहतियाती उपाय किए गए हैं.
भारी बारिश से सड़क पर गिरा पेड़ और मलबा सोलन जिले में भारी बारिश से ₹77.50 करोड़ नुकसान: अजय यादव ने कहा तीन दिनों में सोलन जिला में भारी बारिश से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है. अभी तक जिला में लोक निर्माण, जल शक्ति विभाग, प्रदेश विद्युत बोर्ड, कृषि विभाग और बद्दी-बरोटीवाल-नालागढ़ विकास प्राधिकरण को लगभग ₹77.50 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा सोलन जिला में लोक निर्माण विभाग के 158 मार्ग क्षतिग्रस्त हुए हैं. पुल एवं सड़कों के क्षतिग्रस्त होने से विभाग को 40 करोड़़ रुपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि जल शक्ति विभाग की लगभग 200 पेयजल एवं सिंचाई योजनाएं वर्षा के कारण क्षतिग्रस्त हुई हैं. इस कारण जल शक्ति विभाग को 31.95 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
विद्युत और कृषि विभाग को भारी नुकसान: उन्होंने कहा कि प्रदेश विद्युत बोर्ड को भारी वर्षा के कारण जिला में लगभग ₹1.25 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. कृषि विभाग को ₹2.67 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. जिला के नालागढ़ उपमंडल में भारी वर्षा के कारण बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ विकास प्राधिकरण को विभिन्न कार्यों के क्षतिग्रस्त होने से लगभग ₹1.35 करोड़ का नुकसान हुआ है.
ये भी पढ़ें:Landslide in Solan: कालका-शिमला NH-5 बंद, शामती में लैंडस्लाइड, मलबे में दबे तीन भवन, राजगढ़ सोलन रोड़ भी बंद