बद्दी: नालागढ़ उपमण्डल में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आने के बाद प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशानुसार संरोधन क्षेत्र में एक्टिव केस फाइडिंग अभियान के द्वितीय चरण को लागू किया जा रहा है. यह जानकारी उपमण्डलाधिकारी नालागढ़ प्रशान्त देष्टा ने दी. उन्होंने बताया संरोधन क्षेत्र में एक्टिव केस फाइडिंग अभियान के द्वितीय चरण को सुदृढ़ करने के लिए 100 और सरकारी कर्मियों को अभियान से जोड़ा गया है. इन कर्मियों में विभिन्न विभागों के कर्मचारी शामिल हैं. पहले से ही अभियान के तहत 60 टीमें कार्य कर रही हैं.
नालागढ़ में कोरोना से जंग: एक्टिव केस फाइडिंग अभियान में हर व्यक्ति की होगी जांच
कोरोना संक्रणा की जांच अब हर व्यक्ति की करने की कवायद नालागढ़ में शुरु हो गई है.अधिकारियों का दावा है कि संरोधन क्षेत्र में एक्टिव केस फाइडिंग अभियान से कोई व्यक्ति इसे छिपा नहीं पाएगा.यह अभियान कोरोना के लिए इलाके में मिल का पत्थर साबित होगा.
उन्होंने कहा कि द्वितीय चरण में संरोधन क्षेत्र में सभी व्यक्तियों से खांसी, बुखार, जुकाम जैसे लक्षणों की जानकारी प्राप्त की जाएगी. उन्होंने कहा कि व्यक्ति में इन लक्षणोें के पाए जाने पर उसके रक्त नमूनों की जांच की जाएगी. यह भी सुनिश्चित बनाया जाएगा कि पूरे क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति की जांच की जाए .कोई भी कोरोना का संक्रमण छिपा नहीं पाए.उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि इस कार्य के लिए टीमों को पूर्ण सहयोग प्रदान करें, ताकि कोरोना संक्रमण को पूरी तरह रोका जा सके. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में एक्टिव केस फाइडिंग अभियान के द्वितीय चरण की सफलता कोराना वायरस संक्रमण के समूल नाश में सहायक सिद्ध होगी.
उपमण्डलाधिकारी ने कहा कि संरोधन क्षेत्र में क्वारंटाइन सुविधाओं को और मजबूत करने के उद्देश्य से कालूझिण्डा में 70 बिस्तर युक्त क्वारंटाइ केन्द्र स्थापित किया गया है. यह चिकित्सा परीक्षण केन्द्र भी है.
प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार संरोधन क्षेत्र एवं बफर जोन में विभिन्न आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति होम डिलीवरी प्रणाली से तहत सुनिश्चित बनाई जा रही है. उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि समूचे क्षेत्र में दिशा-निर्देशोे का पालन करें और अपने घर पर रहकर इस आपदा से निपटने में सहयोग करें. उन्होंने कहा कि सभी के सक्रिय सहयोग से ही कोविड-19 को हराया जा सकेगा.