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बारिश नहीं होने से सूखे जैसे हालात, गेहूं और अन्य फसलों पर मंडराया खतरा, किसानों को अब तक 8 करोड़ से ज्यादा का नुकसान

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Published : Mar 3, 2023, 6:31 PM IST

Updated : Mar 3, 2023, 6:59 PM IST

हिमाचल प्रदेश में बारिश नहीं होने के चलते सूखे जैसे हालात बन गए हैं. जिससे गेहूं और अन्य फसलों पर खतरा मंडराने लग गया है. बारिश नहीं होने के चलते अब तक किसानों को 8 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. अगर हालात ऐसे ही रहे, तो ये नुकसान और बढ़ सकता है.

हिमाचल में सूखे की मार
हिमाचल में सूखे की मार

कृषि विभाग सोलन के उपनिदेशक डॉ. डीपी गौतम.

सोलन:हिमाचल प्रदेश में बारिश नहीं होने के चलते इन दिनों किसान-बागवान खासे परेशान है. बारिश नहीं होने के चलते किसानों की फसलें सूख रही है. वहीं, सरकार और प्रशासन ने भी अब इसको लेकर कमर कस ली है. सरकार ने प्रशासन से सूखाग्रस्त क्षेत्रों का डाटा मांगा है. प्रदेश के सोलन जिले की बात करें तो इस बार यहां सामान्य से 96 प्रतिशत कम बारिश हुई है. जिसके चलते फसलों को खासा नुकसान पहुंचा है.

वहीं, किसानों के भी इससे करोड़ों का नुकसान हुआ है. यह नुकसान लगभग 8.50 करोड़ आंका गया है. कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार गेंहूं और सब्जियों की फसलों को खास तौर पर ज्यादा नुक्सान पहुंचा है. मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सोलन जिले में सूखे की सबसे ज्यादा स्थिति बनी हुई है. वहीं, कृषि विभाग के अनुसार सोलन में टमाटर सहित अन्य फसलों को काफी नुकसान हो रहा है और अगर कुछ दिनों जरूरत के अनुसार बारिश नहीं हुई तो यह नुकसान और अधिक बढ़ सकता है.

कृषि विभाग सोलन के उपनिदेशक डॉ. डीपी गौतम ने बताया कि सोलन जिले में इस बार बहुत कम बारिश हुई है. यहां की मुख्य फैसले गेहूं, मटर और लहसुन के लिए यह महत्वपूर्ण समय होता है. उन्होंने बताया कि सोलन में 21,300 हेक्टेयर एरिया में खेती होती है, लेकिन इस बार 15 प्रतिशत क्षेत्र में बारिश नहीं होने के चलते किसान बुवाई ही नहीं कर पाए. इसके अलावा 8,262 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की कोई सुविधा ही नहीं थी.

उन्होंने बताया कि गेहूं से अब तक जिले में 6.25 करोड़ का नुकसान हो चुका है और बारिश नहीं होने से ये नुक्सान और बढ़ सकता है. इसके अलावा सब्जी वाले क्षेत्रों में अपेक्षाकृत बारिश नहीं होने से 2.25 करोड़ के नुकसान का अनुमान है. कुल मिलाकर सूखे के चलते करीब 8.50 करोड़ का नुकसान हुआ है. हालांकि पिछले दिनों बारिश जरूर हुई थी, लेकिन जरूरत के हिसाब से यह बहुत कम है.

इस नुकसान की भरपाई करने के लिए विभाग ने 900 क्विंटल आलू के बीज किसानो में बांटे हैं. जिसके बाद कुछ किसानों ने अपने खेतों में आलू लगा दिए हैं. वहीं, खेतों को नुकसान पहुंचने की स्थिति में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को राहत दी जाएगी. सूखे की स्थिति में किसानों को प्रति हेक्टेयर 30,000 रुपए की राशि राहत के रूप में मिलेगी. इसके साथ-साथ किसानों को जरूरी सलाह विभाग की ओर से दी जा रही है.

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Last Updated : Mar 3, 2023, 6:59 PM IST

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