सोलन:24 फरवरी को जिला भाषा अधिकारी द्वारा जिला स्तरीय लोकनृत्य की एक प्रतियोगिता करवाई गई थी जिसमें विभाग ने नियमों की धज्जियां उड़ा कर जिला के कलाकारों को निराश किया. सोलन में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान हिमाचल प्रदेश म्यूजिक वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश राजपूत ने कहा कि 24 फरवरी 2021 को नगर परिषद हॉल में जिला भाषा अधिकारी द्वारा जिला स्तरीय लोक संस्कृति पर एक परीचर्चा की गई.
जिसमें लोक नृत्य प्रतियोगिता के लिए गत वर्षों की तरह ही एक नियम था कि इस प्रतियोगिता में जिला सोलन के ही लोक कलाकार भाग लेंगे और यदि कोई दल जिला के बाहर से कोई कलाकार लाता है तो उसे प्रस्तुति नहीं देनी जाएगी और वह दल डिसक्वालीफाई कर दिया जाएगा.
'स्थानीय कलाकारों से धोखा'
उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता में जिला भाषा अधिकारी ने विशेष आग्रह करके कंडाघाट के एक म्यूजिकल ग्रुप को प्रतियोगिता हेतु बुलाया और ग्रुप को यह छूट दे दी कि आप अन्य जिलों के कलाकारों को प्रतियोगिता में ला सकते हैं. उन्होंने कहा कि यह साबित होता है कि यह कृत्य तानाशाही पूर्ण था और उन्होंने नियमों को तोड़कर स्थानीय कलाकारों को धोखा दिया जिससे स्थानीय कलाकार रुष्ट हो चुके हैं.
'भाषा अधिकारी ने मनमाने ढंग से इस्तेमाल किया'