सोलन: सोमवार सुबह 9:30 बजे से ही नौणी विश्वविद्यालय में पीलिया फैलने को लेकर छात्र विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ विरोध कर रहे हैं. वहीं, छात्रों का प्रदर्शन लगातार जारी है. छात्रों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाता तब तक प्रदर्शन जारी रहने वाला है. फिलहाल दिन भर चले इस प्रदर्शन को लेकर विश्वविद्यालय प्रदर्शन प्रशासन अलर्ट हो चुका है और अब इसको गंभीरता से लेते हुए छात्रों की मांगें मानने को पूरी तरह से तैयार है.
विश्विद्यालय प्रशासन हुआ अलर्ट, टीम गठित: विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि छात्रों द्वारा जो मुद्दा पानी को लेकर उठाया गया उसे गंभीरता से लिया जाएगा और इमरजेंसी के तौर पर सभी एक्वागार्ड की जांच की जाएगी, जहां से पानी की सप्लाई विश्वविद्यालय को की जाती है उसकी जांच करवाई जाएगी. उन्होंने कहा कि हर महीने जैसे पहले जांच के लिए सैंपल भेजे जाते थे उसी तर्ज पर अब भी भेजे जाएंगे, लेकिन इसे हफ्ते में भेजने के लिए एक टीम गठित विश्वविद्यालय द्वारा की गई है जो समय-समय पर पानी की स्टोरेज, पानी की टंकियों की जांच करेगी.
पानी के सैंपल भरेगा स्वास्थ्य विभाग:वहीं, इस पूरे मामले को लेकर जिला प्रशासन सोलन भी अलर्ट हो गया है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमित रंजन मौके पर गए. जिन्होंने पूरी जानकारी लेते हुए पानी के सैंपल भरने के निर्देश विभाग को दिए हैं और बीएमओ को एक्शन टेकिंग मोड पर रहने का रहने के निर्देश दिए हैं. विभाग द्वारा कुछ सैंपल लिए गए हैं वहीं, विभाग अभी और सैंपल भी लेगा.
छात्रा की पीलिया से मौत होना स्पष्ट नहीं: डॉ. अमित रंजन ने बताया कि छात्र जिस युवती की मौत के मामले के आरोप लगा रहे हैं उसकी मौत पीलिया से हुई है, यह नहीं कहा जा सकता क्योंकि जो रिपोर्ट्स उस छात्रा की आई है उसमें कहीं भी स्पष्ट नहीं है कि पीलिया से उस छात्रा की मौत हुई है. छात्रा ने 25 जनवरी को अर्बन हेल्थ सेंटर नौणी में अपने स्वास्थ्य की जांच करवाई थी. जिसके बाद 27 जनवरी को उसे अल्ट्रासाउंड को कहा गया था. उसके बाद छात्रा का इलाज बाहरी अस्पतालों में चलता रहा और वह विश्वविद्यालय नहीं आई. इलाज के दौरान छात्रा की मृत्यु हुई है, लेकिन कहीं भी स्पष्ट नहीं है कि पीलिया होने से युवती की मौत हुई है.
जनवरी से मार्च के बीच कुल 26 लोगों को हुआ पीलिया: उन्होंने बताया कि जनवरी से लेकर मार्च तक विश्वविद्यालय में 19 छात्र और 7 कर्मचारी पीलिया से ग्रसित हुए हैं और पिछले 10 दिनों में यह केस घटते हुए नजर आए हैं. लेकिन छात्रों द्वारा उठाए गए इस मामले को लेकर विभाग ने एक्शन लिया है और यहां पर पानी के सैंपल लेने के लिए कार्य किया जा रहा है. वहीं, फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट से भी विश्वविद्यालय और विश्वविद्यालय के बाहर जो होटल रेस्टोरेंट हैं वहां से सैंपल लेने के लिए भी कहा गया है.
अपनी मांगो को लेकर छात्रों का प्रदर्शन जारी:बता दें कि लगातार छात्र अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. बैनरों के माध्यम से विरोध जारी किया जा रहा है. छात्रों का यह कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती है तब तक वह प्रदर्शन से नहीं हटने वाले हैं. सुबह 9:30 बजे से लेकर लगातार छात्रों का प्रदर्शन जारी है.
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