सोलन: हिमाचल प्रदेश से प्रवासी मजदूरों को भेजने का सिलसिला लगातार जारी है वहीं, बाहर फंसे लोगों को उनके घर लाया जा रहा है. कुछ लोग सोशल मीडिया पर घर आने के लिए अपील कर रहे हैं तो कुछ अपने क्षेत्र के मंत्रियों से सम्पर्क साध रहे हैं. ऐसे ही कुछ लोगों के लिए डीसी सोलन मसीहा बनकर सामने आए.
झारखंड में पिछले तीन महीनों से फंसे 17 लोगों ने डीसी सोलन से बात की जिसके बाद अब उनकी घर वापसी हो रही है. ये लोग मंडी, कांगड़ा और हमीरपुर के रहने वाले हैं.
क्या कहते हैं डीसी सोलन
डीसी सोलन केसी चमन का कहना है कि लॉकडाउन में बहुत सी ऐसी विपरीत परिस्थितियां सामने आई जहां जो था वो वहीं फंस गया. ऐसा ही एक मामला झारखंड से सामने आया है, जहां हिमाचल प्रदेश के 17 लोग लॉक डाउन के चलते फंस चुके थे.
डीसी का कहना है कि जहां प्रदेश से श्रमिक ट्रेनों और बसों के माध्यम से लोगों को भेजा जा रहा है. वहीं, बाहरी राज्यों में फंसे लोगों को भी उनके घर लाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि उन्हें झारखंड में फंसे लोगों का फोन आया कि वे लोग लॉकडाउन के चलते फंस चुके हैं, उसके बाद हिमाचल से झारखंड के धनबाद गई हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों से सम्पर्क किया गया. जिसके बाद सोलन से उन सभी 17 लोगों का परमिट बनाया गया है. अब उनकी घर वापसी की जा रही है.
डीसी ने बताया कि अभी तक करीब 400 बसें मजदूरों को लेकर बाहरी राज्यों में भेजी जा चुकी हैं, वहीं जो बसें प्रदेश के बाहर जा रही है,उन बसों में बाहर फंसे लोगों को भी लाया जा रहा है.
क्या कहना है झारखंड में फंसे लोगों का
झारखंड में फंसे मान सिंह और प्रिंस का कहना है कि वे करीब 3 महीनों से झारखंड में फंसे थे बहुत से अधिकारियों से हिमाचल प्रदेश में बात की गई, लेकिन घर वापसी नहीं हो पाई. उसके बाद डीसी सोलन से हमारी बात हुई और घर जाने की उम्मीद जागी. उन्होंने कहा कि डीसी सोलन ने उनके घर जाने के लिए बस का इंतजाम किया है.