कसौली:चंडीगढ़ शिमला नेशनल हाईवे 5 पर चक्की मोड़ में पहाड़ से संकट टल नहीं रहे हैं. हालात यह है कि यहां पर फिर से सड़क पर दरारें पड़नी शुरू हो गई हैं. इससे अब बड़े वाहनों की आवाजाही पूर्णतयाः रोक दी गई है. पहाड़ी से कब पत्थर आफत बनकर बरस जाए इसका भी कोई पता नहीं चल पा रहा है. हालांकि चक्की मोड़ में पुलिस कर्मचारी, फोरलेन निर्माता कंपनी समेत अन्य अधिकारी और कर्मचारी तैनात किए गए हैं और स्थिति का जायजा ले रहे हैं.
शुक्रवार रात से हो रही बारिश के बाद लगातार भूस्खलन व दलदल चक्की मोड़ पर बना हुआ है. पहाड़ की स्थिति को देखते हुए पुलिस की ओर से बीच-बीच कुछ छोटे वाहनों को निकाला जा रहा है, लेकिन रात से हाईवे बंद होने से वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई है. इससे जाम की समस्या बन रही है. चक्की मोड़ से परवाणू तक छोटे और बड़े वाहन कतार में लगे हुए हैं. टीटीआर से प्रदेश की ओर अभी बड़े वाहनों को नहीं आने दिया जा रहा है. ऐसे में परेशानियां बनी हुई हैं.
चंडीगढ़ शिमला नेशनल हाईवे 5 पर भारी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद परवाणू से शिमला आने वाले वाहनों की ज्यादा संख्या:परवाणू से शिमला की और आने वाले अधिक वाहन हाईवे पर फंसे हुए हैं, जबकि शिमला से कालका जाने वाले वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से भेजा जा रहा है. इसी के साथ जिला पुलिस सोलन और से भी वैकल्पिक मार्ग को लेकर मैप जारी किया गया है. विकल्प मार्गों पर पुलिस की तैनाती भी की गई है.
24 घंटे में निकाले 3000 से ज्यादा वाहन: हाईवे पर बीच-बीच में ट्रैफिक चला है. इसके चलते बीते 24 घंटों में 3000 को निकालने का ने प्रयास पुलिस ने किया है. यह प्रयास लगातार जारी है. इसमें 2492 कारें, 210 पिकअप, 300 बसें और 283 छोटे ट्रक हैं. इसके अलावा 1200 भारी वाहनों को रवाना किया गया है.
नेशनल हाईवे 205 पर भी भूस्खलन: एनएच 205 चट्टानों के खिसकने खिसकने और भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हो गया है. इसलिए मंडी और बिलासपुर की ओर जाने वाले सभी हल्के वाहनों को दाडला मोड़ से बेरी-घाघस के रास्ते डायवर्ट कर दिया गया है. इस मार्ग पर शिमला की ओर जाने वाले सभी हल्के वाहनों को उपरोक्त मार्गों पर डायवर्ट कर दिया गया है.
सोलन पुलिस द्वारा जारी वैकल्पिक मार्ग मैप जारी. यह बनी स्थिति: शुक्रवार रात हुई बारिश के बाद रात 12 बजे नेशनल हाईवे बंद हुआ. जिसे सुबह 06:00 बजे सुचारू किया. इसके बाद सुबह 09:00 बजे फिर से पहाड़ी दरक गई और हाईवे पर लंबा जाम लग गया. फोरलेन निर्माता कंपनी की ओर से 11:45 पर मलबा हटाकर कुछ वाहनों को निकलना शुरू ही किया था कि 12:10 पर और अधिक मलबा सड़क पर आने से सड़क बंद हो गई. जिसे करीब 1:45 पर छोटे वाहनों के लिए खोला गया है.
वहीं, एसपी सोलन गौरव सिंह ने जानकारी देते हुए बताया की चक्की मोड़ के पास एनएच पर दरारें विकसित हो गई हैं. जिसके कारण तत्काल प्रभाव से एनएच पर सभी प्रकार के भारी वाहनों को रोक दिया गया है और वैकल्पिक यातायात योजना के अनुसार डायवर्ट किया गया है. वहीं, 1200 से ज्यादा भारी वाहनों को भी चक्की मोड़ से पार करने की सुविधा प्रदान की गई है. इसी के साथ कुम्हारहट्टी से नाहन की ओर जाने वाले रोड में 430 ट्रक, 380 पिकअप और 680 छोटे वाहन हैं. इसी के साथ धर्मपुर से चक्की मोड़ होते हुए परवाणू तक पहुंचने के लिए अभी तक करीब 1100 वाहनों को सुविधा प्रदान की गई है.
एसपी सोलन गौरव सिंह ने बताया कि एनएच 205 चट्टानों के खिसकने और भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हो चुका है, इसलिए मंडी या बिलासपुर की ओर से आने वाले सभी हल्के वाहनों को दारला मोड़ से बेरी घाघस के रास्ते डायवर्ट किया गया है. वहीं, शिमला की ओर जाने वाले सभी हल्के वाहनों को उपरोक्त मार्गों पर डायवर्ट कर दिया गया है. इन मार्गों में सभी भारी वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित किया जा रहा है.
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