सोलन: नगर परिषद सोलन को नगर निगम बनाने के लिए बीजेपी ने प्रेसवार्ता कर सरकार के इस फैसले का स्वागत किया गया. वहीं, उसके बाद सोलन में साल 2017 ने बनाई गई संघर्ष समिति के अध्यक्ष का कहना है कि संघर्ष समिति के प्रयासों से नगर निगम बना है. नगर निगम बनने से ही कांग्रेस और बीजेपी भी इसका श्रेय लेने में जुट चुकी हैं, लेकिन विकास कार्य किस तरह से शहर में गति पकड़ेंगे, इस बात को लेकर कोई भी बात नही कर रहा है.
सोलन को नगर निगम बनाने पर रोटियां सेंकने लगी पार्टियां, कांग्रेस-बीजेपी आमने-सामने - BJP leader on solan MC
प्रदेश सरकार सोलन को नगर निगम बनाने की बात पर मुहर लगा चुकी है. घोषणा होने के बाद सरकार के इस फैसले को लेकर कांग्रेस और बीजेपी क्रेडिट लेने में जुट चुकी है. इसे लेकर नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष पवन गुप्ता ने नगर निगम संघर्ष समिति के अध्यक्ष कुल राकेश पंत के बयानों पर पलटवार किया है.
सोलन में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष पवन गुप्ता ने नगर निगम संघर्ष समिति के अध्यक्ष कुल राकेश पंत के बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि अब सिर्फ मीडिया में आने के लिए कुल राकेश पंत बयानबाजी कर रहे हैं. सोलन को नगर निगम बनाने की बात सबसे पहले 2010 में उठी थी, लेकिन उस समय ये संभव नहीं हो सका, लेकिन जब 2014 केंद्र और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी. उस समय भी कांग्रेस से संबंध रखने वाले कुल राकेश पंत ने अपनी सरकार होते हुए नगर निगम पर मोहर नहीं लगा पाए.
नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष पवन गुप्ता ने कहा कि 2017 में कुल राकेश पंत ने अपनी सरकार के खिलाफ ही मोर्चा खोल नगर निगम संघर्ष समिति बना दी, लेकिन अगर वो लोग संघर्ष करते तो उसी समय नगर निगम पर मुहर लग जाती. पवन गुप्ता ने कहा कि अब सोलन के नगर निगम बनने से सोलन के विकास में रफ्तार मिलेगी.