सोलन: जिला के माल रोड पर लगी ठोडा की कलाकृतियां आखिरकार चमकना शुरू हो ही गई. लंबे समय से इन्हें आकर्षित बनाने की मांग की जा रही थी. इस पर 1 लाख रुपये की राशि खर्च की जा रही है. इसके अलावा शहर के मालरोड पर फैंसी लाईटों का भी जीर्णोंद्धार किया जा रहा है. इसी के साथ यह कलाकृतियां मेले के दौरान रात के समय आकर्षण का केंद्र भी रहेगी, क्योंकि इन पर अब नगर परिषद रंग-बिरंगी लाइटें भी लगाएगी.
गौर हो कि ठोडा खेल व नृत्य जिला सोलन, शिमला व सिरमौर का पारंपरिक नृत्य है. कुछ वर्ष पहले सभी मेलों में ठोडा खेल का आयोजन होता था और लोग इसका भरपूर आनंद उठाते थे. सोलन में यह खेल काफी प्रसिद्ध था और मेले के दौरान ठोडा खेलने के लिए दूर-दूर से टीमें यहां पहुंचती थी. इसी के नाम पर सोलन के ठोडो मैदान का नामकरण भी हुआ था. अब यह प्राचीन खेल लुप्त होता जा रहा है और कभी-कभार ही देखने को मिलता है. सोलन के राज्य स्तरीय मेले में हर बार 2-3 टीमें ठोडा की अब भी पहुंचती हैं और इस दौरान ठोडा नृत्य किया जाता है.
इस लुप्त हो रहे पारंपरिक खेल को बचाए रखने व इसकी एक झलक अगली पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए कुछ वर्ष पहले सोलन के मालरोड पर गल्र्स स्कूल के पास खाली दीवार पर लाखों रुपये खर्च कर ठोडा कलाकृतियां बनाई गई थी. काफी समय तक यह कलाकृतियां बाहर से आने वाले लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रही, लेकिन धीरे-धीरे रख रखाव की कमी के कारण यह अपना अस्तित्व खोती जा रही थी और प्रशासन भी इस कोई ध्यान नहीं दे रहा था. कई जगहों से यह टूट चुकी थी, लेकिन अब नगर परिषद ने इसके जीर्णोंद्धार का बीड़ा उठाया है.