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दुर्गम क्षेत्रों में युवाओं ने उठाया निशुल्क पढ़ाई का जिम्मा, गांव-गांव जा कर बच्चों दे रहे शिक्षा

कोरोना काल में दुर्गम क्षेत्रों में नेटवर्क की परेशानी के चलते बच्चे पढ़ाई से वंचित न रह जाएं इसके लिए बीआरसी मायाराम शर्मा ने एक नई पहल की शुरुआत की है. सिरमौर के कई क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क की समस्या के चलते कई बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है साथ ही कई अभिभावक ऐसे हैं जो अपने बच्चों के लिए मोबाइल खरीदने में सक्षम नहीं हैं, उन छात्रों को युवा गांव-गांव जा कर पढ़ा रहे हैं.

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Published : Jun 11, 2021, 9:22 PM IST

नाहन:सिरमौर जिले में कई ऐसे दुर्गम क्षेत्र हैं, जहां मोबाइल नेटवर्क की समस्या होने के कारण छात्र ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं. कुछ ऐसे अभिभावक भी हैं, जो अपने बच्चों के लिए मोबाइल खरीदने में सक्षम नहीं हैं. लिहाजा इसी समस्या को देखते हुए संगड़ाह शिक्षा खंड में बीआरसी के पद पर तैनात मायाराम शर्मा ने एक नई पहल करते हुए ऐसे छात्रों की पढ़ाई के लिए एक नया अभियान शुरू किया है.

बीआरसीसी की पहल पर आगे आए युवा

दरअसल छात्र कोरोना काल में शिक्षा से वंचित न रहें इसलिए, इस अभियान के तहत ऐसे स्वयंसेवी और पढ़े लिखे युवाओं को चुना गया है, जो स्मार्टफोन से लैस हैं. इस अभियान के लिए पहले ऐसे युवाओं की सूची तैयार की गई है, जिन्होंने उच्च शिक्षा हासिल की है. यह युवा छोटे समूहों में गांव-गांव जाकर बच्चों को पढ़ा रहे हैं. इस संबंध में संगड़ाह के बीआरसी मायाराम शर्मा ने जानकारी दी.

सिग्नल न होने से बच्चों की पढ़ाई हो रही प्रभावित

बीआरसी मायाराम शर्मा ने बताया कि नेटवर्क समस्या के साथ-साथ कई अभिभावक ऐसे भी हैं, जो अपनी व्यवस्तता के कारण बच्चे को समय नहीं दे पा रहे हैं. युवाओं की टोली ने इन बच्चों को योग के अलावा क्विज कंपटीशन में भी साप्ताहिक भागीदारी सुनिश्चित की है. साथ ही बच्चों को छोटे-छोटे समूहों में पढ़ा रहे हैं.

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