नाहन: हिमाचल निर्माता डॉ. वाईएस परमार की जयंती के मौके पर मंगलवार को हिमाचल प्रदेश को बड़ी सौगात मिली है. दरअसल सिरमौर जिला के नाहन विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले धौलाकुआं में आईआईएम यानी इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट संस्थान की आधारशिला रखी गई.
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ऑनलाइन कार्यक्रम के तहत आईआईएम का शिलान्यास किया. इसी बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शिमला से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, दिल्ली से केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर, केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे कार्यक्रम का हिस्सा बने, जबकि शिक्षा मंत्री गोबिंद ठाकुर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप और नाहन विधायक डॉ. राजीव बिंदल विशेष रूप से मौजूद रहे.
शिक्षा मंत्री गोबिंद ठाकुर ने बताया कि आज का दिन हिमाचल प्रदेश के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा, क्योंकि नाहन विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले धौलाकुआं में आईआईएम यानी इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट संस्थान की आधारशिला रखी गई है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आईआईएम की शुरुआत 2015 में हुई थी. आईआईएम का बनने वाला ये कैंपस अपने आप में विशाल हिमाचल प्रदेश की शैली से मिलता जुलता होगा.
गोबिंद ठाकुर ने बताया कि कैंपस का निर्माण 210 एकड़ भूमि किया जाएगा और प्रथम चरण के कार्य को 392.51 करोड़ रुपये से पूरा किया जाएगा. वहीं, आने वाले दिनों में हिमाचल प्रदेश का ये आईआईएम सिरमौर देश व दुनिया के सर्वश्रेष्ठ आईआईएम में गिना जाएगा.
स्थानीय विधायक डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा इस संस्थान को 2014 में स्वीकृत किया गया और 2015 में इस संस्थान की शुरुआत की गई. वहीं, आज सिरमौर में आईआईएम गौरव की बात है. उन्होंने कहा कि सिरमौर जिला के साथ-साथ हिमाचल के उत्थान में इसका महत्वपूर्ण योगदान रहेगा और सिरमौर को केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा बड़ी उपलब्धि दी गई है.
बिंदल ने कहा कि 2014 से इस संस्थान को आगे बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा पूरा सहयोग दिया गया है. उन्होंने कहा कि इतनी अधिक भूमि एकत्रित करना बेहद कठित था, लेकिन संस्थान को खड़ा करने में केंद्र व प्रदेश सरकारों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि आईआईएम हिमाचल सहित देश के महत्वपूर्ण संस्थानों में से उभरेगा.
बता दें कि मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में हिमाचल में आईआईएम को मंजूरी मिली थी. ये देश का पहला आईआईएम होगा, जहां टूरिज्म में पीएचडी करवाई जाएगी. कार्यक्रम में आईआईएम की निदेशक नीलू रोहमित्रा ने संबंधित संस्थान को लेकर विस्तार से जानकारी दी.
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