हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

पांवटा साहिब में कदमताल करता नजर आया टाइगर, सिंबलवाड़ा पार्क में लगे ट्रैप कैमरे में हुआ कैद - himachal pradesh news

पांवटा घाटी के जंगलों में टाइगर की मौजूदगी पुख्ता हो गई है .टाइगर की मौजूदगी की संभावना के बाद सिंबलवाड़ा पार्क में कुछ ट्रैप कैमरे इंस्टॉल किए गए थे. 19 फरवरी की रात को एक ट्रैप कैमरे में टाइगर नजर आया है. (Tiger seen in Simbalbara Park) (Simbalbara Park of Paonta Sahib)

Tiger seen in Simbalbara Park
Tiger seen in Simbalbara Park

By

Published : Feb 21, 2023, 8:38 PM IST

नाहन:देवभूमि हिमाचल प्रदेश में टाइगर की मौजूदगी पुख्ता हो गई है. पांवटा साहिब घाटी के कर्नल शेरजंग नेशनल पार्क में टाइगर की कदमताल हो रही है. हाल ही में 19 फरवरी को पार्क में लगे ट्रैप कैमरे में टाइगर की चहलकदमी कैद हुई है. लिहाजा अब तस्वीर पूरी तरह से साफ हो चुकी हैं कि पांवटा साहिब घाटी में टाइगर की कदमताल शुरू हो चुकी है. दरअसल जनवरी माह के अंतिम सप्ताह में सिंबलवाड़ा व इसके आसपास के क्षेत्र में टाइगर के फुट प्रिंट पाए गए थे.

इसके बाद 12 फरवरी को भी जंबूखाला के समीप जंगल में टाइगर कैमरे में कैद हुआ था. 3 सेकंड का एक वीडियो बनाकर निजी कंपनी के एक कर्मचारी ने वन विभाग को सौंपा था. टाइगर की दस्तक के यह दोनों मामले सामने आने के बाद वन विभाग ने मौके से फुट प्रिंट भी उठाए. साथ ही सिंबलवाड़ा के जंगल में ट्रैप कैमरे भी लगाए गए. इन्हीं में एक कैमरे में 19 फरवरी को टाइगर की तस्वीर कैद हुई है. वहीं, जंबूखाला में उठाए गए फुटप्रिंट के अध्ययन के बाद भी इस बात की पुष्टि हो गई है कि यह फुटप्रिंट टाइगर के ही थे. संभावना व्यक्त की जा रही है कि फिलहाल टाइगर की मौजूदगी पांवटा घाटी के जंगलों में ही हो सकती है. अनुमान लगाया जा रहा है कि उत्तराखंड के राजा जी नेशनल पार्क से ही टाइगर यमुना नदी को पार करने के बाद हिमाचल की सीमा में दाखिल हुआ होगा.

सिंबलवाड़ा पार्क में लगे ट्रैप कैमरे में कैद हुआ टाइगर

दूसरी तरफ वन्य प्राणी विभाग शिमला के डीएफओ रवि शंकर शर्मा ने पुष्टि करते हुए बताया कि टाइगर की मौजूदगी की संभावना के बाद सिंबलवाड़ा पार्क में कुछ ट्रैप कैमरे इंस्टॉल किए गए थे. 19 फरवरी की रात को एक ट्रैप कैमरे में टाइगर नजर आया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में टाइगर की चहलकदमी होना बहुत अच्छे संकेत है. वहीं, वन विभाग के पांवटा साहिब डीएफओ ऐश्वर्य राज ने भी इस बात की पुष्टि की है कि जंबूखाला से उठाए गए फुट प्रिंट का अध्ययन करने के बाद यह टाइगर के ही फुटप्रिंट पाए गए हैं.

ये भी पढ़ें:Tibetans Celebrate Losar: बौद्ध नगरी मैक्लोडगंज में आस्था और हर्षोल्लास के साथ मनाया तिब्बती नववर्ष लोसर

ABOUT THE AUTHOR

...view details