नाहन: कोरोना काल में मास्क और हैंड सेनिटाइजर सबसे अहम चीजें बन चुकी है. महामारी के इस दौर में लोगों की जेब में पैसे से ज्यादा जरूरी चीज सेनिटाइजर और मास्क बन चुके हैं. हालांकि महंगाई को देखते हुए ग्रामीण इलाकों में सेनिटाइजर की खरीद कम हो रही है. गांव के लोगों को कोरोना से बचाने के लिए जिला सिरमौर के मोगीनंद स्कूल के छात्रों ने बहुत सस्ता हथियार तैयार करने का प्रयास किया है. छात्रों ने साधारण घरेलू सामग्री से सैनिटाइजर बनाया है.
सेनिटाइजर को बनाने के लिए ऐसी सामग्री का इस्तेमाल किया गया है, जो हरकिसी की रसोई में उपलब्ध होती हैं. इस प्रयोग में बुनियादी जानकारी का इस्तेमाल किया गया. अनाज व गुड़ से एल्कोहलिक कंपाउंड तैयार किया जा सकता है. इसी के तहत प्रवक्ता संजीव ने बासी रोटियों को गुड़ में मिलाकर चार से पांच दिनों तक एक डिब्बे में बंद रखने के बाद इसमें बरगद व नीम के पत्तों को पीसकर डाला, जिसे साधारण प्रेशर कुकर में डालकर उबालने के बाद निकले भाप को एक बोतल में जमा किया गया. इस घरेलू सेनिटाइजर को व्यवहारिक रूप से इस्तेमाल में लाने से पहले प्रयोगशाला में इसकी टेस्टिंग करवाई जाएगी.
आपको बता दें कि नाहन विकासखंड के तहत ग्रामीण क्षेत्र में स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल मोगीनंद हिमाचल प्रदेश में अपनी तरह के पहले केंपस रेडियो स्टेशन हेलो मोगिनंद शुरू करने का रिकॉर्ड बना चुका है. यह रेडियो स्टेशन 19 देशों में सुना जा रहा है.